मुंगेर में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक प्रेमी जोड़े की शादी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में ग्रामीणों की मौजूदगी में मंदिर में शादी के रस्मों को पूरा करते हुए एक युवक और युवती नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। जब इस वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो मामला मुंगेर जिले के तारापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव का सामने आया, जहां ग्रामीणों ने कथित तौर पर नाबालिग प्रेमी जोड़े की मंदिर में शादी करवा दी। एक साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग ग्रामीणों के अनुसार, वीडियो में दिख रहे युवक और युवती दोनों एक ही गांव के निवासी हैं और पिछले करीब एक वर्ष से उनके बीच प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों अक्सर एक-दूसरे से गांव में मिलते-जुलते रहते थे। धीरे-धीरे उनके इस प्रेम प्रसंग की जानकारी ग्रामीणों के साथ-साथ युवती के परिजनों को भी हो गई थी। बावजूद इसके, दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला जारी रहा। संदिग्ध हालत में पकड़े जाने के बाद मंदिर में कराई गई शादी ग्रामीणों ने बताया कि 23 दिसंबर की देर शाम प्रेमी जोड़े को गांव में संदिग्ध अवस्था में एक साथ देखा गया। इसके बाद कुछ ग्रामीणों ने दोनों को पकड़ लिया और उनसे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान दोनों ने एक-दूसरे से प्रेम संबंध होने की बात स्वीकार की। इसके बाद ग्रामीणों ने कथित तौर पर गांव के ही एक मंदिर में दोनों की शादी करा दी। इस दौरान गांव के कई लोग मौजूद रहे और पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, इलाके में चर्चा तेज शादी का वीडियो बनते ही कुछ लोगों ने उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद वीडियो तेजी से वायरल होने लगा। वीडियो वायरल होते ही इलाके में नाबालिग शादी को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया। लोग इसे परंपरा और सामाजिक दबाव से जोड़कर देख रहे हैं, तो वहीं कई लोग इसे कानून का खुला उल्लंघन बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। नाबालिग होने की चर्चा, कानून पर उठे सवाल स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रेमी जोड़ा नाबालिग बताया जा रहा है। यदि यह बात सही है तो यह मामला बाल विवाह निषेध कानून का सीधा उल्लंघन माना जाएगा। कानून के अनुसार, 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के और 18 साल से कम उम्र की लड़की की शादी अपराध की श्रेणी में आती है। ऐसे मामलों में न केवल शादी अमान्य मानी जाती है, बल्कि इसमें शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। हालांकि, वायरल वीडियो में उम्र को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। थाना को नहीं मिली आधिकारिक सूचना इस मामले में जब तारापुर की प्रभारी थानाध्यक्ष सुगंधा कुमारी से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इस तरह की किसी घटना की आधिकारिक जानकारी थाना को नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि यदि कोई लिखित शिकायत या सूचना प्राप्त होती है, तो मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अनौपचारिक रूप से यह जानकारी सामने आ रही है कि दोनों एक ही गांव के निवासी हैं और शादी कथित तौर पर दोनों परिवारों की सहमति से कराई गई है। शादी के बाद ससुराल भेजी गई लड़की ग्रामीणों के मुताबिक, मंदिर में शादी के बाद युवती को उसके मायके वालों ने ससुराल भेज दिया। इसके बाद से दोनों अपने-अपने घरों में रह रहे हैं। इस घटना के बाद गांव में एक ओर जहां कुछ लोग इसे सामाजिक समाधान मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे कानून की अनदेखी बताते हुए प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। प्रशासन की भूमिका पर नजर फिलहाल यह मामला सोशल मीडिया तक ही सीमित नजर आ रहा है, लेकिन वीडियो के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर सबकी नजरें टिकी हैं। यदि प्रेमी जोड़ा नाबालिग पाया जाता है, तो यह मामला गंभीर हो सकता है। ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या प्रशासन इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा या फिर शिकायत का इंतजार किया जाएगा। वायरल वीडियो ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में प्रेम प्रसंग, सामाजिक दबाव और बाल विवाह जैसे संवेदनशील मुद्दों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है।
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