मुंगेर शहर के बीच पांच वर्षों से अधिक समय से एक नकली सिगरेट फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। पुलिस और आईटीसी कंपनी की संयुक्त छापेमारी में इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया, जहां से 50 लाख रुपए से अधिक के नकली सिगरेट और मशीनें जब्त की गईं। यह फैक्ट्री गोल्ड फ्लेक, फ्लेक, कैपिस्टन और विल्स जैसी बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली सिगरेट बना रही थी। सिगरेट बनाने के बाद उनकी हूबहू पैकिंग की जाती थी और फिर ट्रेन सहित अन्य माध्यमों से बिहार और उत्तर प्रदेश के कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में इनकी धड़ल्ले से सप्लाई की जाती थी। घर में चला रहा था मिनी फैक्ट्री आईटीसी कंपनी के अधिकारियों को जब इस अवैध धंधे की भनक लगी, तो उन्होंने इसकी खोजबीन शुरू की। जांच में पता चला कि मुंगेर जिले के पूरबसराय थाना क्षेत्र के काली ताजिया, वार्ड संख्या 24 निवासी पिंकू खां अपने घर में यह मिनी फैक्ट्री चला रहा था। यहां एक ही ब्रांड की चार अलग-अलग सिगरेट बनाई जा रही थीं। कंपनी के अधिकारियों ने मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद को इसकी जानकारी दी। एसपी के निर्देश पर सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद, प्रशिक्षु डीएसपी अभिषेक चौबे, मिथलेश तिवारी, पूरबसराय थानाध्यक्ष सौरभ कुमार, महिला थानाध्यक्ष कृति कुमारी, कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव तिवारी, जिला आसूचना इकाई की टीम और सशस्त्र बल ने छापेमारी की। सिगरेट प्रोडक्शन की सामग्री बरामद मौके से भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांड की सिगरेट, रोलर मशीन, प्रिंटर, पंचिंग मशीन, सिगरेट के नाम लिखे रैपर और उपयोग की गई सिगरेट के विभिन्न ब्रांड के खाली डिब्बे बरामद किए गए। आईटीसी कंपनी के लीगल मैनेजर शिवा ने बताया कि वे छह महीने से लगातार नकली सिगरेट बनाने वालों की जांच कर रहे थे। शहर और ग्रामीण इलाकों से सिगरेट के सैंपल इकट्ठा कर लैब में जांच की गई, जिससे पता चला कि बिहार सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों और गांवों की दुकानों में नकली सिगरेट बेची जा रही थी। इसके बाद जानकारी हुई कि मुंगेर शहर में पिंकू खां अपने घर में नकली सिगरेट की मिनी फैक्ट्री खोल रखी है। इसकी जानकारी मुंगेर के डीआईजी और एसपी को दी। सोमवार को पिंकू खां के घर में छापेमारी की गई ,लेकिन छापेमारी की जानकारी पप्पू खां को मिली तो वो सारे नकली सिगरेट सहित अन्य समान को पड़ोस के एक घर में शिफ्ट कर दिया। पुलिस के पहुंचने से पहले पिंकू खां फरार वहीं जब हमलोग छापेमारी के लिए पहुंचे तो पिंकू खां फरार हो गया था। उसकी पत्नी से जब पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ की गई तो उसने नकली सिगरेट के बारे में जानकारी दी कि सिगरेट को कहा छुपाई गई है। इसके बाद पड़ोस के घर में छापेमारी की गई। जहां से भारी मात्रा में नकली सिगरेट सहित अन्य समान और उपकरण बरामद किए गए। लीगल मैनेजर ने बताया कि 40 से 50 लाख रुपए की नकली सिगरेट की बरामदगी की गई है, उन्होंने कहा धंधेबाजों दुकानदारों को एक सिगरेट की पैकेट 30 -35 रुपए में देता था और दुकानदार प्रति सिगरेट दस रुपए में बेचते थे। नकली सिगरेट बनाने के उपकरण मिले सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि सूचना मिली की पूरब सराय थाना क्षेत्र के काली ताजिया मोहल्ले में नकली सिगरेट बनाने का कार्य बड़े पैमाने पर चल रहा है। एसपी के निर्देश के बाद एक पुलिस टीम का गठन किया गया,जिसमे कई प्रशिक्षु डीएसपी थानध्यक्ष और पुलिस जवान को शामिल किया गया और छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकली सिगरेट और बनाने के उपकरण मिले है। उन्होंने कहा की छापेमारी के दौरान सभी समानों को जब्त करते हुए टीम के द्वारा आकलन किया जा रहा है कितने लाख रुपए की नकली सिगरेट पकड़ाई है। उन्होंने कहा इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। उन्होंने बताया की इस रैकेट में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं उसकी तहकीकात की जा रही है और इस मामले में जो लोग भी शामिल होंगे उन सबकी गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने कहा की अब तक जांच में यह पता चला है कि यहां पर सिगरेट बनाने के साथ स्टॉक कर जगह-जगह सप्लाई की जाती है। पुलिस इस पूरे मामले से जुड़े सिंडिकेट को खंगालने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा पूरबसराय थाना में मामला दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है।
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