सिटी रिपोर्टर | बेगूसराय जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में शुक्रवार को लक्ष्य कार्यक्रम पर आधारित एकदिवसीय उन्मुखीकरण एवं समीक्षा कार्यशाला आयोजित की गई। सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला का उद्देश्य मातृ और नवजात स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को मजबूत करना था। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों से आए प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की। लक्ष्य कार्यक्रम भारत सरकार की वह प्रमुख पहल है जिसके तहत प्रसव सेवाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाता है। कार्यशाला में बताया गया कि लेबर रूम में गुणवत्ता सुधार, हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी की पहचान, संक्रमण रोकथाम, साफ-सफाई के मानक, समयबद्ध सेवाएं और सम्मानजनक प्रसूति व्यवहार लक्ष्य प्रमाणन के मूल आयाम हैं। इस मानक को प्राप्त करने के लिए किसी भी संस्थान को 70 से अधिक गुणवत्ता बिंदुओं का पालन करना होता है। उद्घाटन सत्र में सिविल सर्जन ने लक्ष्य कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए गुणवत्ता सुधार अनिवार्य है और सभी स्वास्थ्य संस्थानों को इसे प्राथमिक जिम्मेदारी के रूप में अपनाना चाहिए। उन्होंने सतत प्रयास, नियमित निगरानी और सुधारात्मक कदमों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
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