किशनगंज में बुधवार को महिला सिपाही प्रियंका कुमारी को पुलिस लाइन की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। इस दौरान सदर थाना परिसर में सन्नाटा पसरा रहा और पुलिस महकमे ने नम आंखों से अपनी साथी को विदा किया। मंगलवार देर शाम शहर के डुमरिया भट्टा स्थित उनके किराए के मकान से प्रियंका का शव बरामद हुआ था, जिसके बाद पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई थी। लगभग 30 वर्षीय प्रियंका कुमारी मूल रूप से नालंदा जिले के इस्लामपुर थाना क्षेत्र की निवासी थीं। तीन महीने पहले ही उनका तबादला कटिहार से किशनगंज हुआ था। इसके बाद वह शहर में अकेले किराए के मकान में रह रही थीं। उनके 14 साल की बेटी और 10 साल का बेटा गांव में रहते हैं, जबकि उनके पति दिल्ली में निजी नौकरी करते हैं। SP, SDPO सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद थे बुधवार सुबह परिजन किशनगंज पहुंचे, जहां वे प्रियंका का शव देखकर भावुक हो गए। उनकी बेटी और बेटा अपनी मां के शव से लिपटकर रोने लगे। पुलिस अधीक्षक सागर कुमार और SDPO सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद थे। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पुष्पचक्र अर्पित कर प्रियंका को श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया। असामयिक मृत्यु से पूरे पुलिस विभाग में शोक का माहौल महिला सिपाही की असामयिक मृत्यु से पूरे पुलिस विभाग में शोक का माहौल है। उनके साथी पुलिसकर्मियों ने प्रियंका को ‘हसमुख और मेहनती’ बताया। इस घटना ने पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य और अकेले ड्यूटी करने वाली महिला कर्मियों की सुरक्षा से जुड़े सवालों को फिर से उजागर किया है।
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