मनेर में ड्रग्स मामले में पुलिस ने भाई-बहन समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह कार्रवाई मनेर के रसूलपुर मोहल्ले में ड्रग्स माफिया के घर पर की गई छापेमारी के बाद हुई। बरामदगी और गिरफ्तारी वरीय आरक्षी अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने गुरुवार को बताया कि छापेमारी के दौरान 545 ग्राम स्मैक, 558 ग्राम चरस, 12 लाख 16 हजार रुपये नकद, एक देशी कट्टा, तीन कारतूस, एक मैगजीन, चांदी के बिस्कुट, सोने के आभूषण, एक कार और एक बाइक बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ड्रग्स माफिया पीयूष कुमार का भाई शुभम कुमार और बहन सोनी गुप्ता शामिल हैं। इनके अलावा प्रीतम कुमार, अभिषेक कुमार (सभी मनेर निवासी) तथा सरोज कुमार और अभिषेक कुमार (दोनों डोरीगंज, छपरा निवासी) को भी पकड़ा गया है। मुख्य आरोपी फरार मुख्य आरोपी पीयूष कुमार भागने में सफल रहा, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है। सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मनेर थाने में एनडीपीएस एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि शुभम कुमार दो साल पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुका है। करोड़ों की संपत्ति अर्जित पुलिस जांच में सामने आया है कि फरार ड्रग्स माफिया पीयूष कुमार ने अपने भाई शुभम के साथ मिलकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। पीयूष इस अवैध कारोबार का मुख्य सरगना है। महज तीन-चार साल में उसने पैतृक घर के पास चार मकान, कई जमीनें, लग्जरी कारें और आभूषण सहित करोड़ों रुपए की संपत्ति बना ली। चाय की दुकान की आड़ में कारोबार शुभम के पिता रमेश कानू की मनेर अस्पताल मोड़ पर एक छोटी सी चाय की दुकान है। इसी की आड़ में अफीम और चरस की पुड़िया बेचने से शुरू हुआ यह कारोबार करोड़ों तक फैल गया। नेपाल से ड्रग्स लाकर बेचते थे पड़ोसियों के अनुसार, आरोपी नेपाल के रास्ते ड्रग्स लाकर बिहार के कई जिलों में बेचते थे। इनके घरों पर खरीदारों की भीड़ लगी रहती थी, और इनका नेटवर्क दूसरे प्रदेशों से भी जुड़ा है। इस ड्रग्स कारोबार में पूरा परिवार शामिल बताया जा रहा है।
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