सहरसा में कांग्रेस ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को समाप्त करने के लिए लोकसभा में लाए जा रहे कथित विधेयक के विरोध में बुधवार शाम शहर की सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश कुमार झा के नेतृत्व में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सरकार को घेरा प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार जनविरोधी है और गरीब, किसान, मजदूर व बेरोजगारों के हितों के खिलाफ काम कर रही है। झा ने कहा कि मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजना को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है, जिसे कांग्रेस सफल नहीं होने देगी। ‘कांग्रेस के दूरदर्शी सोच का परिणाम है मनरेगा’ झा ने मनरेगा को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की दूरदर्शी सोच का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य ग्रामीण गरीबों को रोजगार और सम्मानजनक जीवन देना था। कोरोना काल में यह योजना करोड़ों गरीबों के लिए वरदान साबित हुई थी, इसलिए इसके साथ छेड़छाड़ गरीबों के साथ अन्याय होगा। सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रहेगा जिलाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी जनहित और गरीबों के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने कहा कि इसी संकल्प के तहत कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध जता रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेता इस प्रदर्शन में वरीय उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी कुमार हीरा प्रभाकर, प्रदेश प्रतिनिधि मो. नईम उद्दीन, इंटक अध्यक्ष सत्य नारायण चौपाल, इंटक महिला अध्यक्ष आशा देवी, पूर्व प्रदेश युवा संयोजक मनीष कुमार, नगर अध्यक्ष बीरेंद्र पासवान, भरत नारायण झा, दिवाकांत गिरी, सूरज झा, कार्यालय सचिव बैद्यनाथ झा, उदय यादव, अमित पांडेय, विजय कुमार, पप्पू कुमार, हिमांशु कश्यप, माहेश्वरी शर्मा, अजय यादव, रमेश यादव, राजेश झा, वरुण झा, उमेश पासवान सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। हालांकि, कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी कि मनरेगा के खिलाफ किसी भी कदम का डटकर विरोध किया जाएगा।
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