मधेपुरा में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। शुक्रवार सुबह जिले भर में घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई। पछुआ हवा के चलते ठंड में और इजाफा हुआ है। कम विजिबिलिटी के कारण दिन के समय भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। पिछले एक सप्ताह के दौरान अधिकतम तापमान में 8 से 9 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। गुरुवार को दोपहर में धूप जरूर निकली, लेकिन सूर्य की तपिश कमजोर रहने के कारण लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल सकी। मौसम विभाग के अनुसार जिले में 28 दिसंबर तक इसी तरह के हालात बने रहने की संभावना है। कृषि अनुसंधान केंद्र, अगवानपुर के मौसम वैज्ञानिक रामानंद पटेल ने बताया कि आगामी पांच दिनों में अधिकतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। हवा की गति लगभग 5 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना न्यूनतम तापमान 11 से 13 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इस दौरान हवा की गति लगभग 5 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। आसमान साफ रहेगा, लेकिन मौसम शुष्क बने रहने से ठंड का प्रभाव और बढ़ सकता है। मौसम को देखते हुए किसानों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यदि किसान तड़के सुबह या देर शाम खेतों में कार्य करते हैं तो गर्म कपड़े अवश्य पहनें और सिर को ढककर रखें। संभव हो तो कृषि कार्य धूप निकलने के बाद ही करें। इस सप्ताह बुआई पूरी करने की अपील की गई मौसम को रबी फसलों की बुआई के लिए अनुकूल बताया गया है। जिन किसानों ने अभी तक गेहूं की बुआई नहीं की है, उनसे इस सप्ताह बुआई पूरी करने की अपील की गई है। गेहूं की बुआई से पूर्व खेत की अच्छी तरह जुताई करें। साथ ही बुआई से पहले बीज की अंकुरण क्षमता की जांच अवश्य करें। ठंड के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई पशुपालकों को भी ठंड के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पशुओं और पशुशालाओं की नियमित सफाई करें तथा पशुओं को दिन में कई बार स्वच्छ और ताजा पानी पिलाएं। धूप निकलने के बाद ही पशुओं को बाहर निकालें।
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