मधुबनी में पर्यटन विभाग द्वारा धार्मिक स्थलों को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। एक सप्ताह के भीतर विभाग की टीम ने दूसरी बार जिले के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। बिहार सरकार में पर्यटन, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री अरुण शंकर प्रसाद (खजौली विधायक) के निर्देश पर मधुबनी को पर्यटन हब बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इसी क्रम में, विभागीय अधिकारियों की टीम ने बुधवार और गुरुवार को जिले के कई धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का जायजा लिया। इस टीम में पर्यटन विभाग के आर्किटेक्ट सिकंदर कुमार, जयनगर सीओ अखिलेश चौधरी, सीआई दीपक कुमार, भाजपा नेता उद्धव कुंवर और राम कुमार सिंह शामिल थे। बाबा पोखर और कमला नदी के निर्माणाधीन बराज क्षेत्र का निरीक्षण किया टीम ने दुल्लीपट्टी पंचायत स्थित शिलानाथ धाम, बस्ती पंचायत का ऊंचा दुर्गा मंदिर, बाबा पोखर और कमला नदी के निर्माणाधीन बराज क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसके बाद बासोपट्टी के ऐतिहासिक बाभन्दैय पोखरा का भी जायजा लिया गया। गुरुवार को हरलाखी प्रखंड के कल्याणेश्वर स्थान महादेव मंदिर कलना, विश्वामित्र आश्रम बिशौल और गिरिजस्थान फुलहर का भी निरीक्षण किया गया। पर्यटन विभाग इन स्थानों को जोड़ते हुए ‘महादेव सर्किट’ और ‘दुर्गा सर्किट’ जैसे नए टूरिस्ट रूट विकसित करने की योजना बना रहा है। टीम ने संभावित रूट, आवश्यक संसाधन और विकास बिंदुओं पर विस्तृत सर्वे किया है। सुविधाएं विकसित करने के विकल्पों पर भी अध्ययन इंडो-नेपाल बॉर्डर से सटे जयनगर क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने की बड़ी संभावना को देखते हुए अधिकारी कमला महोत्सव, बोटिंग, पिकनिक स्पॉट, रेस्टोरेंट और अन्य मनोरंजन सुविधाएं विकसित करने के विकल्पों पर भी अध्ययन कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट विभाग को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर योजनाएं तैयार होंगी। मंत्री अरुण शंकर प्रसाद पहले ही क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर सृजित करने का आश्वासन दे चुके हैं। इन नए प्रोजेक्टों के लागू होने से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की उम्मीद जताई जा रही है।
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