भारत में स्वतंत्र और वैज्ञानिक सोच पर हो रहा हमला: राहुल गांधी ने साउथ अमेरिका में देश की शिक्षा को सुधारने उठाई मांग
कांग्रेस नेता राहुल गांधी दक्षिणी अमेरिका के देश पेरू पहुंचे. वहां पर उन्होंने पॉन्टिफिकल कैथोलिक यूनिवर्सिटी और चिली यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने भारत की शिक्षा प्रणाली में बड़े स्तर पर सुधार और बदलाव किए जाने की मांग की. राहुल गांधी ने कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली में देश की विविधता को दिखाया जाना चाहिए. साथ ही शिक्षा के समान अधिकार पर कुछ ही लोगों का विशेषाधिकार न हो ऐसी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी चाहिए.
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार में भारत में स्वतंत्र विचार पर हमले किए जा रहे हैं, जो कि बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. देश में ऐसा न हो इसके लिए वो पूरी तरह से लड़ाई लड़ रहे हैं. लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारत में शिक्षा, सामाजिक समावेश और स्वतंत्र विचार के सामने आने वाली चुनौतियों पर छात्रों से चर्चा की.
India needs to build an alternative manufacturing system that thrives in a democratic setup. Thus, a partnership with Peru or the US could be the way forward.
When it comes to education, it begins with curiosity and the freedom to think openly and ask questions without any fear pic.twitter.com/LyOvmSysaJ
— Congress (@INCIndia) October 12, 2025
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा शिक्षा की शुरुआत जिज्ञासा और बिना किसी डर या बाधा के होनी चाहिए.उन्होंने समावेशी और बेहतर शिक्षा प्रणाली पर अपना नजरिया जाहिर करते हुए कहा कि शिक्षा में राजनीतिक या सामाजिक स्तर पर खुले विचार और सवाल पूछने की स्वतंत्रता भी होनी चाहिए. इसमें सिर्फ कुछ लोगों का विशेषाधिकार नहीं बनना चाहिए, क्योंकि यह स्वतंत्रता की नींव है.
सरकार सिर्फ उच्च जातियों के हितों पर ध्यान दे रही
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत की शिक्षा प्रणाली की मौजूदा स्थिति की आलोचना की. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार मुख्य रूप से उच्च जातियों के हितों को पूरा करती रही है, वहीं देश की मध्यम और निम्न जातियों के साथ-साथ आदिवासी समुदायों के इतिहास, परंपराओं और उनके योगदान की उपेक्षा करती है.
उन्होंने भारतीय शिक्षा में वैज्ञानिक सोच के कम होने पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, खुली, वैज्ञानिक और तार्किक सोच पर भारत में वर्तमान में जबरदस्त हमला हो रहा है, जिसे वो बचाना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले एक दशक में वैज्ञानिक दृष्टिकोण में गिरावट आई है. इसे ठीक करना जरूरी है. इसके अलावा, उन्होंने बढ़ती लागत और निजीकरण के कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सीमित होने की बात भी उठाई.
शिक्षा में ज्यादा निवेश करे सरकार
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने शिक्षा से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं और प्राइवेट संस्थानों को हावी होने दिया है. हालांकि, प्राइवेट संस्थानों के लिए जगह है, लेकिन सरकार को सभी के लिए उच्च गुणवत्ता वाली, कम लागत वाली शिक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी जिम्मेदारी छोड़ने के बजाय शिक्षा में ज्यादा सक्रिय रूप से निवेश करना चाहिए. वो दक्षिण अमेरिका यात्रा में कोलंबिया, ब्राजील, पेरू और चिली शामिल थे, जहां उन्होंने शिक्षा, लोकतंत्र और भू-राजनीति पर बातचीत की.
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