भारत ने शुक्रवार को बांग्लादेश में जारी अशांति और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गंभीर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की निर्मम हत्या को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जायसवाल ने कड़े शब्दों में कहा, “हम हिंदू युवक की हत्या की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी।” विदेश मंत्रालय ने भगोड़े ललित मोदी और विजय माल्या को वापस लाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराया । जायसवाल ने बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है जायसवाल ने कहा, ‘भारत ने बांग्लादेश में फैलाई जा रही भारत-विरोधी झूठी कहानी को खारिज करता आया है। वहां कानून-व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखना बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी है।’ उन्होंने बताया कि अंतरिम सरकार के कार्यकाल के दौरान अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की 2,900 से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन घटनाओं को महज मीडिया की बयानबाजी या राजनीतिक हिंसा कहकर खारिज नहीं किया जा सकता। जायसवाल ने आगे कहा, “भारत बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम लगातार बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की मांग करते रहे हैं।” उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर नजर रख रहा है और इन मामलों को बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ उठाया भी जा रहा है। प्रेस ब्रीफिंग में जायसवाल ने और क्या कहा सवाल-जवाब से जानिए… सवाल- ललित मोदी और विजय माल्या का हाल ही में वीडियो वायरल हुआ। इन्हें वापस लाने के लिए सरकार क्या कर रही है? जवाब- भारत सरकार देश छोड़कर भागे और कानून से बच निकले सभी भगोड़ों को वापस लाने के लिए काम कर रही है। इस संबंध में कई देशों के साथ बातचीत चल रही है, और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सवाल- H-1B वीजा पर अमेरिका से क्या बातचीत हुई? जवाब- भारत सरकार को कई भारतीय नागरिकों से शिकायतें मिली हैं कि उन्हें वीजा अपॉइंटमेंट के रिशेड्यूलिंग में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वीजा संबंधी मुद्दे किसी भी देश के निजी क्षेत्र से संबंधित होते हैं, हमने इन मुद्दों और अपनी चिंताओं को अमेरिका के सामने नई दिल्ली और वॉशिंगटन डीसी दोनों जगह उठाया है। इन देरी के कारण लोगों और उनके परिवारों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। सरकार इस मुद्दे को सुलझाने और भारतीय नागरिकों पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है। सवाल- भारत-अमेरिका ट्रेड टॉक कहां तक पहुंची है? भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते की वार्ता पर दोनों सरकारें एक निष्पक्ष और संतुलित व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के मकसद से लगातार बातचीत कर रही हैं। अमेरिकी उप व्यापार प्रतिनिधि हाल ही में भारत में थे। उन्होंने यहां कई अधिकारियों से मुलाकात हुई। आगे की जानकारी आपको व्यापार मंत्रायल देगा। सवाल- भारत-यूरोपीय फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर क्या प्रगति हुई है? जवाब- भारत-यूरोपीय फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर प्रगति हो रही है। FTA का 14वां दौर अक्टूबर में ब्रुसेल्स में आयोजित किया गया था। इसके बाद टीम ने भारत का दौरा किया और फिर दिसंबर में अमेरिकी व्यापार आयुक्त भी यहां आए थे। उन्हें दूसरे लंबित मुद्दों पर चर्चा करनी थी। दोनों पक्ष बातचीत में लगे हुए हैं और हम देखेंगे कि इस वार्ता को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है सवाल- कनाडा में भारतीय छात्र की हत्या पर भारत ने क्या एक्शन लिया है? जवाब- हम उनके परिवार के संपर्क में हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम स्थानीय अधिकारियों से भी संपर्क में हैं ताकि मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सके। हमारा दूतावास परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है सवाल- क्या ऑस्ट्रेलिया में हुए आतंकी हमले से भारत अवगत है? जवाब- हम ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच आतंकी हमले से अवगत हैं। भारतीय अधिकारी इस मामले पर आस्ट्रेलियाई अधिकारियों के संपर्क में हैं।
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