सहरसा जंक्शन से शुक्रवार को भारत गौरव ट्रेन दक्षिण भारत तीर्थ यात्रा के लिए रवाना हुई। इस विशेष ट्रेन का उद्घाटन एक महिला तीर्थ यात्री ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर रेलवे और आईआरसीटीसी के कई अधिकारी मौजूद थे, जिनमें मुख्य पर्यवेक्षक (पर्यटन) पूर्वी क्षेत्र, कोलकाता के संजीव कुमार, मुख्य पर्यवेक्षक मनीष कुमार और सहरसा डीसीआई संजय कुमार शामिल थे। इसमें कुल 594 यात्रियों ने टिकट बुक करवाया है। रंग-बिरंगे गुब्बारों और फूलों से सजी ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही यात्रियों और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। रंग-बिरंगे गुब्बारों और फूलों से सजी यह ट्रेन आकर्षण का केंद्र रही। अधिकारियों ने बताया कि कोसी क्षेत्र के लिए यह दूसरी भारत गौरव ट्रेन है, जिसकी लगभग सभी सीटें पहले ही बुक हो चुकी थीं। आईआरसीटीसी के अनुसार, सहरसा और सुपौल सहित पूरे कोसी क्षेत्र से कुल 160 तीर्थ यात्री इस यात्रा पर निकले हैं। ये विशेष यात्रा 12 रातें और 13 दिन की यह विशेष यात्रा 12 रात और 13 दिन की है। इस दौरान ट्रेन तिरुपति, रामेश्वरम, मदुरै, कन्याकुमारी, तिरुवनंतपुरम और मल्लिकार्जुन जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन कराएगी। सहरसा के अलावा, ट्रेन निर्मली, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और बनारस से भी यात्रियों को बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग की सुविधा देगी। 14 कोच वाली इस ट्रेन में पैंट्री कार की सुविधा 14 कोच वाली इस भारत गौरव ट्रेन में स्लीपर के साथ पैंट्री कार की सुविधा भी है। आयोजकों ने यात्रियों के ठहरने, भोजन और स्थानीय दर्शन के लिए पूरी यात्रा के दौरान विशेष प्रबंध किए हैं। यह यात्रा कोसी क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अनुभव मानी जा रही है, जिससे क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
https://ift.tt/B3HkngV
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply