भागलपुर शहर में छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर सख्ती का मूड बनाया है। शहर में पूर्व में सक्रिय शेरनी दल की सुस्ती के बाद अब अभया ब्रिगेड मैदान में उतारा गया है। गुरुवार से इसकी औपचारिक शुरुआत कर दी गई, जिसके बाद टीमों ने अलग-अलग थानों के शिक्षण संस्थानों में पहुंचकर छात्राओं को सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक किया। अभया ब्रिगेड की नई संरचना के तहत प्रत्येक थाना क्षेत्र में एक-एक टीम गठित की गई है। टीम की जिम्मेदारी एक महिला एसआई को सौंपी गई है, जबकि दो महिला और पुरुष सिपाही टीम के साथ होंगे। गुरुवार को टीम सुबह से ही अपने इलाकों के स्कूल, कॉलेज और प्रमुख कोचिंग संस्थानों का दौरा करने निकलीं। टीम ने छात्राओं से बातचीत कर उन्हें बताया कि यदि कोई शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक प्रताड़ना का प्रयास करता है, तो शिकायत करने में हिचकिचाएं नहीं। छेड़छाड़, पीछा करने या गलत निगाह डालने जैसे मामलों की सूचना तुरंत डायल-112 या लोकल पुलिस को दें। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करेगी। अभया ब्रिगेड के सदस्यों ने छात्राओं से यह भी पूछा कि किन इलाकों में उन्हें असुरक्षित महसूस होता है। फीडबैक के आधार पर कई हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए, जहां अक्सर शोहदों की गतिविधियां देखी जाती हैं। पुलिस अब इन स्थानों पर विशेष निगरानी रखेगी। इलाके में गश्त बढ़ेगी, त्वरित कार्रवाई पर फोकस पुलिस प्रशासन का मानना है कि महिला सुरक्षा में सबसे बड़ा असर त्वरित हस्तक्षेप का होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए अभया ब्रिगेड नियमित गश्त के साथ-साथ शिकायत पर तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार रहेगी। टीम को फिलहाल थाना में उपलब्ध संसाधनों। जैसे दुपहिया वाहनों और वायरलेस सेट के सहारे काम करने का निर्देश दिया गया है। जानकारी के अनुसार, आने वाले दिनों में मुख्यालय की ओर से अभया ब्रिगेड को स्कूटी उपलब्ध कराने की भी योजना है, जिससे टीम तेजी से मूव कर सके और घटनास्थल पर त्वरित पहुंच बनाई जा सके। भागलपुर में शोहदों पर नकेल कसने के लिए पहले शेरनी दल सक्रिय रहता था। शहर के प्रमुख शिक्षण संस्थानों जैसे स्कूल, कॉलेज और कोचिंग हब के आसपास अक्सर शेरनी दल की गश्त देखी जाती थी। लेकिन बीते कुछ महीनों में इस दल द्वारा किसी बड़ी कार्रवाई की सूचना सामने नहीं आई। इसी निष्क्रियता को देखते हुए नया फोर्स अभया ब्रिगेड तैयार किया गया है, जो पहले की तुलना में अधिक संगठित, सक्रिय और जवाबदेह ढांचे में काम करेगा। कोई भी छात्रा झिझक में नहीं रहें- सिटी एसपी सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने कहा कि अभया ब्रिगेड का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और छात्राओं में सुरक्षा की भावना लाना है। उन्होंने बताया कि सभी थानों में टीम को आवेदन, शिकायत और गश्त स्तर पर सक्रिय कर दिया गया है। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी लड़की डर या झिझक की वजह से अपनी बात दबाकर न रखे। शिकायत मिलते ही पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी और आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। शिक्षण संस्थानों से मिली फीडबैक अभया ब्रिगेड की भावी रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। अभया ब्रिगेड की शुरुआत को शहर की महिलाओं के लिए एक सकारात्मक कदम के तौर पर देखा जा रहा है। SM COLLEGE की छात्र पूजा प्रिय ने बताया कि पुलिस की यह पहल उन्हें मानसिक रूप से मजबूत करती है और असामाजिक तत्वों के खिलाफ बोलने का हौसला देती है।
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