भागलपुर जिले के नाथनगर प्रखंड के अजमेरीपुर बैरिया में गंगा नदी की धारा मोड़ने के विरोध में किसानों ने शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन किया। इनलैंड वाटर सर्वे के तहत चल रहे काम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए सड़क जाम कर आगजनी की। उनका आरोप है कि धारा मोड़ने से गांव में कटाव का खतरा बढ़ जाएगा और उपजाऊ जमीन भी नष्ट हो जाएगी। प्रदर्शनकारियों ने अजमेरीपुर बैरिया स्कूल के पास हाथों में झाड़ू लेकर विरोध जताया। उन्होंने रसीदपुर पुल पर आगजनी कर आवाजाही बाधित कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि गंगा अभी पश्चिम से आकर बैरिया से सीधे उत्तर दिशा में बह रही है। यदि इसे पूर्व दिशा में मोड़ा गया तो बड़ा नुकसान होगा। धारा मोड़ने से हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन पर संकट बैरिया, अजमेरीपुर, रसीदपुर, दिलदारपुर, श्रीरामपुर, लालूचक, बिंद टोली और भीत रसीदपुर सहित कई गांवों के किसानों की लगभग एक हजार एकड़ से अधिक उपजाऊ जमीन खतरे में है। ग्रामीणों का कहना है कि राज्य सरकार गंगा की मुख्य धारा को इसी उपजाऊ जमीन के बीच से निकालने की योजना बना रही है। यह जमीन उनकी आजीविका का मुख्य साधन है। धारा मोड़ने से गांव उजड़ने की आशंका किसानों ने आशंका जताई कि यदि गंगा की धारा को इस ओर मोड़ा गया, तो न केवल उनकी जमीन छिन जाएगी, बल्कि पूरा गांव कटाव की चपेट में आकर अपना अस्तित्व खो देगा। इसी कारण ग्रामीण किसी भी कीमत पर गंगा की धारा को मोड़ने नहीं देना चाहते हैं। सिटी डीएसपी टू राकेश कुमार ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा आपलोगों की माँग सही है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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