दलसिंहसराय। उजियारपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष भाकपा-माले की प्रखंड कमेटी द्वारा शुरू किया गया आमरण अनशन शनिवार, 27 दिसंबर को दूसरे दिन भी जारी रहा। यह अनशन 30 सूत्री मांगों के समर्थन में शुक्रवार, 26 दिसंबर से शुरू किया गया था। प्रमुख मांगों में खाद्यान्न की कालाबाजारी पर रोक लगाना, राज्य खाद्य निगम गोदाम के ठेकेदार की अनुज्ञप्ति रद्द करना, सहायक गोदाम प्रबंधक रवि कुमार और सहकारिता पदाधिकारी को बर्खास्त करना, कम राशन आवंटन व वितरण की जांच कर कार्रवाई करना, पक्का वजन और गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, ध्वस्त नल-जल योजना को दुरुस्त करने, दाखिल खारिज में अवैध वसूली रोकने, सरकारी दर पर धान की खरीदारी करने, किसानों को रासायनिक खाद उपलब्ध कराने, खाद की कालाबाजारी रोकने, किसानों व महिलाओं के सभी प्रकार के कर्ज माफ करने, दलित-महादलित मुहल्लों में संपर्क सड़क बनाने और आधार कार्ड सेंटर पर अवैध वसूली रोकने की मांगें भी उठाई गई हैं। अनशनकारियों ने बताया कि अभी तक एक भी वरीय पदाधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है। हालांकि, शुक्रवार रात करीब 09:30 बजे स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मी अनशनकारियों का स्वास्थ्य जांच करने अवश्य पहुंचे थे। अनशनकारियों के समर्थन में शनिवार को जिला स्थाई समिति सदस्य महावीर पोद्दार की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार ने कहा कि बिहार की सरकार के पदाधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जब तक अनशनकारियों की मांगें पूरी नहीं होतीं, आमरण अनशन जारी रहेगा। भाकपा माले नेता महावीर पोद्दार ने आरोप लगाया कि 12 हजार क्विंटल खाद्यान्न का आवंटन होता है, जिसमें से सैकड़ों क्विंटल की कालाबाजारी ठेकेदार भोला साह द्वारा कर दी जाती है। इस अवसर पर फ़ूलबाबू सिंह, ललन कुमार, तनंजय प्रकाश, अर्जुन दास, रामसगुण सिंह, छात्र नेता दीपक कुमार यदुवंशी, भीम सहनी, संजीत कुमार बुलबुल, हरिदर्शन, फूलपरी देवी, गुलशन आरा, रुबी कुमारी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
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