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बैंक अधिकारी के 6 ठिकानों पर EOU की रेड:11 साल की नौकरी में पटना में आलीशन घर; ज्वेलरी, जमीन के पेपर, महंगी गाड़ियां-घड़ी जब्त

EOU ने शुक्रवार को सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भावेश कुमार सिंह के 6 ठिकानों पर रेड की। पटना में 4 और गोपालगंज में 2 जगहों पर टीम ने 11 घंटे तक तलाशी ली। बिहटा स्थित भावेश कुमार की राइस मिल से 40 लाख कैश बरामद हुआ है। वहीं पटना के आवास से भी कैश-ज्वेलरी जब्त की है। इस दौरान टीम ने बेड से बैग निकलवाकर भी चेक किया। रेड के दौरान EOU की टीम ने भावेश से पूछताछ भी की है। जानकारी के मुताबिक, भावेश कुमार का पैतृक घर गोपालगंज में है। वहां उनके नाम से एक पेट्रोल पंप है। टीम ने पेट्रोल पंप पर भी छापेमारी की है। EOU ने बताया कि, भावेश के रिश्तेदार के नाम पर खोले गए R.M. Enterprises के बैंक खातों में साल 2025 में 12 से 15 करोड़ का लेनदेन किया गया है। इसके सबूत मिले है। सभी खातों को ने फ्रीज कर दिया गया है। भवेश कुमार के आवास से 8 बैंक के पासबुक भी बरामद हुआ है, जिनमें करीब 15 लाख रुपए जमा मिले। पटना के पहाड़ी इलाके में भवेश ने अपनी सर्विस के दौरान आलीशान भवन (G+5) खड़ा किया है। इसके अलावा पैतृक गांव के पास 41 डिसमिल जमीन खरीदने के दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। अब छापेमारी की कुछ तस्वीरें देखिए… सुबह 9 बजे एक साथ 6 ठिकानों पर रेड बताया जा रहा है कि सुबह 9 बजे एक साथ बैंक अधिकारी के 6 ठिकानों पर टीम ने ये कार्रवाई की है। पटना में कार्रवाई के दौरान भावेश मौजूद थे। टीम के पहुंचने पर नौकर ने दरवाजा खोला था। एक साथ इतने अधिकारियों को देखकर वो चौंक गए। टीम अंदर दाखिल हुई, इसके बाद मेन गेट लॉक कर दिया गया। टीम ने भावेश को एक रूम में बिठाया और उनसे पूछताछ शुरू की। पहले तो उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। इसके बाद टीम ने अपना सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बेड खोलकर अंदर से बैग निकाले गए और जांच की गई। टीम को पहले कुछ कैश मिला। इसके बाद जांच की तो जमीन के पेपर और महंगी घड़ियां अलमारी से निकलीं। अब जानिए कहां कब रेड पड़ी और क्या मिला EOU ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था EOU के मुताबिक भावेश कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था। शुरुआती जांच में उनकी आय से 60 प्रतिशत अधिक संपत्ति की जानकारी मिली है। अधिकारियों द्वारा दस्तावेजों सहित अन्य संपत्तियों की जांच की जा रही है। फंसाने की कोशिश की जा रही है भावेश कुमार के बड़े भाई और पूर्व मुखिया राजेश सिंह ने बताया कि, EOU की टीम ने पेट्रोल पंप की जांच की। सेल का रिकॉर्ड चेक किया, लेकिन उन्हें कोई गड़बड़ी नहीं मिली। चुनाव आने वाला है। पंचायत की जनता मेरे साथ है। मुझे फंसाने के लिए ये सब करवाया गया है।


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