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बेंगलुरु में CM नीतीश के खिलाफ FIR की मांग:पटना में महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने पर विवाद; महबूबा मुफ्ती बोलीं- मुसलमानों का अपमान

पटना में सोमवार (15 दिसंबर) को नवनियुक्त आयुष डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब खींचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विवादों में घिर गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु के एक वकील ओवैज हुसैन एस ने CM नीतीश के खिलाफ जीरो FIR दर्ज कर उचित कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्टस में बताया गया है कि वकील ने CM पर कथित तौर पर एक महिला के साथ यौन उत्पीड़न, बिना सहमति शारीरिक हस्तक्षेप, महिला की मर्यादा भंग करने, सार्वजनिक अपमान और धार्मिक गरिमा के उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वकील का दावा है कि नीतीश कुमार के हिजाब हटाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो न केवल संबंधित महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि पूरे महिला समाज की गरिमा का भी अपमान करता है। ओवैज हुसैन ने यह शिकायत कर्नाटक के DGP, IG, बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर, कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, कर्नाटक राज्य मानवाधिकार आयोग की अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW), राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC), कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग की अध्यक्ष और कर्नाटक सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव को सौंपी है। महबूबा मुफ्ती बोलीं- नीतीश की हरकत देखकर सदमा लगा JKPDP की प्रेसिडेंट महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘एक युवती का नकाब खींचते हुए देखकर मुझे गहरा सदमा लगा। ये बुढ़ापे का असर है या फिर मुसलमानों को सार्वजनिक अपमान। नीतीश साहब, शायद अब आपके पद छोड़ने का समय आ गया है।’ पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने इसे बर्दाश्त के काबिल नहीं बताते हुए सीएम से इस्तीफा देने की मांग की है। वहीं, पप्पू यादव ने नीतीश कुमार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में हिजाब को जबरदस्ती हटाने जैसी कोई बात नहीं थी, नीतीश कुमार का व्यवहार एक पिता की तरह था। इधर, मंगलवार को बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के नए इंजीनियर्स को नियुक्ति पत्र बांटे गए। हिजाब हटाने के विवाद के बाद इस कार्यक्रम का लाइव रोक दिया गया। कार्यक्रम में मीडिया की एंट्री भी बैन थी। अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 3 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम इस मामले में अब कॉन्ट्रोवर्सी हो गई है। ओवैसी की पार्टी AIMIM और RJD ने इसका विरोध किया है। कांग्रेस बोली- नीतीश को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए सोमवार की घटना के बाद कांग्रेस का कहना है कि जब राज्य का मुखिया सरेआम ऐसी हरकत करे, तो महिलाओं की सुरक्षा का क्या भरोसा? इस घटिया कृत्य के लिए नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। वहीं राजद ने पूछा कि, क्या मुख्यमंत्री संघी हो गए। इस घटना को लेकर राजद की तरफ से आज मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है। ओवैसी की पार्टी बोली- हिजाब में हाथ डालना काबिले-बर्दाश्त नहीं AIMIM अध्यक्ष असरद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी के पोस्ट को री-पोस्ट किया है। पार्टी ने नीतीश कुमार से माफी की मांग की है। श्रीनगर की मुस्लिम नेता बोलीं- बिना शर्त माफी मांगें नीतीश इधर, श्रीनगर की मुस्लिम महिला नेता जायरा वसीम ने सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार से बिना शर्त माफी की मांग की। उन्होंने X पर लिखा, ‘महिलाओं की गरिमा और मर्यादा कोई खिलौना नहीं हैं, जिससे खिलवाड़ किया जा सके। खासकर सार्वजनिक मंच पर तो बिल्कुल नहीं। एक मुस्लिम महिला होने के नाते, दूसरी महिला का नकाब इतनी लापरवाही से खींचा जाना। उसके साथ ही वो बेपरवाह मुस्कान देखना बेहद गुस्सा दिलाने वाला था। सत्ता सीमाओं का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देती।’ बचाव में उतरी नीतीश की पार्टी बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने कहा कि, नीतीश कुमार बिहार में रहने वाले सभी जातियों और धर्मों के लोगों से प्यार करते हैं और अल्पसंख्यक समुदाय का बहुत सम्मान करते हैं… जब कोई ऐसे नेता पर उंगली उठाता है तो दुख होता है। वह सबका सम्मान करते हैं और सबसे प्यार करते हैं। ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए। आरोप लगाने से पहले लोगों को सोचना चाहिए कि वे किस पर आरोप लगा रहे हैं – उस व्यक्ति पर जिसने बिहार को इतना संवारा है। पप्पू यादव बोले- नीतीश का व्यवहार पिता के जैसा था सांसद पप्पू यादव ने कहा, नीतीश कुमार ने हिजाब नहीं हटाया। जो पिता और बेटी का जो रिश्ता होता है, नीतीश कुमार का वही भाव था। हां, हिजाब हटाने को हम सही नहीं मानते, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर आलोचना नकारात्मक ही हो। आलोचना का स्वरूप रचनात्मक भी होना चाहिए और तथ्यों के आधार पर होना चाहिए। नीतीश कुमार की जो दृष्टि और जो भाव था वो पिता और बेटी वाला था। नीतीश की हरकत बर्दाश्त के काबिल नहीं- कांग्रेस सांसद कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “इसका शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता है। वे (नीतीश) बुजुर्ग हैं, लेकिन ये बर्दाश्त के काबिल नहीं है। आपने एक महिला का जिस तरीके से हिजाब हटाने की कोशिश की, यह बहुत शर्मनाक है। अगर किसी महिला का दुपट्टा या हिजाब हटा रहे हैं, उसे आप हटा रहे हैं, यह बिल्कुल बर्दाश्त के काबिल नहीं है। उन्हें आत्मग्लानि होनी चाहिए और खुद से इस्तीफा देना चाहिए।” पोल में हिस्सा लेकर खबर पर अपनी राय दीजिए…. हाल की कुछ और घटनाएं देखिए 13 दिसंबर: नीतीश ने 3 मंत्रियों से कहा- अरे आइए ना बिहार पुलिस अकादमी राजगीर में 1218 ट्रेनी दरोगा के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए। उन्होंने परेड की सलामी ली। दीक्षांत परेड के निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुली जीप में सवार होने वाले थे। परंपरा के अनुसार उनके साथ केवल पुलिस महानिदेशक (DGP) जीप में मौजूद थे। जैसे ही मुख्यमंत्री जीप की ओर बढ़े, उनकी नजर मंच पर बैठे मंत्रियों पर पड़ी। तभी उन्होंने सम्राट चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा, अरे आप भी आओ भाई…चलो ना। इसके बाद सम्राट जीप पर सवार हो गए। पूरी खबर पढ़िए 13 दिसंबर: नीतीश ने तेजस्वी से कहा- ऐ खड़ा हो ना भाई 18वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव हुआ। बीजेपी के विधायक प्रेम कुमार निर्विरोध स्पीकर चुने गए। जिसके बाद सदन के नेता नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी कुमार साथ में उन्हें चेयर तक लेकर आए। निर्वाचन के बाद सदन में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे लगे। स्पीकर चुने जाने पर नीतीश कुमार ने प्रेम कुमार को बधाई दी। साथ ही उनके काम की सराहना करते हुए सभी सदस्यों को खड़े होकर विधानसभा अध्यक्ष को प्रणाम करने को कहा। इस दौरान तेजस्वी उठ ही रहे थे, तभी नीतीश कुमार ने कहा- ए खड़ा हो न भाई। इसके बाद सभी विधायकों ने स्पीकर का अभिवादन किया। पूरी खबर पढ़िए 2 अक्टूबर: महिला कैंडिडेट को माला पहनाने बढ़े नीतीश, सांसद ने रोका मुजफ्फरपुर में नीतीश कुमार बीजेपी कैंडिडेट रमा निषाद के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के आखिरी में रमा निषाद को बुलाया। वो जैसी ही उनके पास पहुंचीं। राज्यसभा सांसद संजय झा भी कैंडिडेट के साथ मुख्यमंत्री के पास आए। नीतीश कुमार ने एक माला ली और महिला कैंडिडेट को पहनाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। संजय झा ने मुख्यमंत्री का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद नीतीश ने हाथ पीछे किया फिर आगे बढ़ाते हुए रमा निषाद को गले में माला पहना दी। मुख्यमंत्री ने संजय झा से कहा- ई गजब आदमी है भाई, हाथ काहे पकड़ते हो। पूरी खबर पढ़िए


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