बुलंदशहर की चार चीनी मिलों में इस साल 527.49 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य तय किया गया है। आगामी पेराई सत्र 2025-26 नवंबर के पहले सप्ताह से शुरू होगा। साबितगढ़ मिल एक नवंबर से, जबकि वेव, अनामिका और सहकारी चीनी मिलें सात नवंबर से गन्ना पेराई शुरू करेंगी। जिला गन्ना अधिकारी अनिल कुमार भारती ने बताया कि सभी मिलों में बेलर पूजन का कार्य पूरा हो चुका है। मिलों को गन्ना खरीद के लिए क्रय केंद्र आवंटित कर दिए गए हैं और सभी केंद्रों पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रभारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि तौल केंद्रों पर किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो। इस बार जिले में लगभग 85 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की फसल खड़ी है, जिससे 1.40 लाख किसान लाभान्वित होंगे। बुलंदशहर का गन्ना कुल आठ मिलों में पेरा जाता है, जिनमें चार जिले की और चार पड़ोसी जिलों—हापुड़, अमरोहा और संभल—की मिलें शामिल हैं। चारों मिलों को मिला इतना लक्ष्य हापुड़ की दो मिलों पर ₹20.88 करोड़ का गन्ना भुगतान बकाया हापुड़ जिले की बृजनाथपुर और सिंभावली चीनी मिलों पर अब भी 20.88 करोड़ रुपये से अधिक का गन्ना भुगतान बकाया है। किसानों ने इस राशि का जल्द भुगतान कराने की मांग की है। बकाया भुगतान न होने से किसान नाराज हैं और समय पर गन्ना तौल शुरू न करने को लेकर दोनों मिलों पर असंतोष जताया गया है। भुगतान में ढिलाई पर क्रय केंद्रों में कटौती भुगतान समय से न करने पर दोनों मिलों के क्रय केंद्रों में कटौती की गई है। कुल 202 गन्ना तौल क्रय केंद्र जिले की आठ चीनी मिलों को आवंटित किए गए हैं। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जो मिलें समय पर भुगतान करती हैं, उन्हें इस बार अतिरिक्त क्रय केंद्र दिए गए हैं ताकि किसानों को बिना देरी भुगतान मिल सके और गन्ना पेराई सुचारू रूप से चले।
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