बिहार विधानसभा चुनाव: रिटर्निंग अधिकारी और ARO के लिए ECI का ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र, निर्वाचन आयोग मॉड्यूल पर भी की ब्रीफिंग

बिहार विधानसभा चुनाव: रिटर्निंग अधिकारी और ARO के लिए ECI का ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र, निर्वाचन आयोग मॉड्यूल पर भी की ब्रीफिंग

बिहार विधानसभा चुनाव और साथ ही होने वाले उपचुनावों की तैयारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने 9 और 10 अक्तूबर को रिटर्निंग अधिकारियों (RO) और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों (ARO) के लिए दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं दुविधा-निवारण सत्र आयोजित किया. इस वर्चुअल सत्र में राज्य भर से कुल 243 रिटर्निंग अधिकारियों और 1418 सहायक रिटर्निंग अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

निर्वाचन आयोग ने बताया कि यह प्रशिक्षण लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 21 और 24 के तहत नामित अधिकारियों की चुनावी प्रक्रिया में दक्षता और सजगता बढ़ाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. आयोग ने बताया कि सभी अधिकारियों ने इस दौरान अपनी सभी परेशानियों को भी सामने रखा. आयोग ने इस परेशानी पर भी चर्चा की और उसका निवारण भी किया.

चुनावी प्रक्रिया पर गहन चर्चा

इस ऑनलाइन सत्र में नामांकन प्रक्रिया, उम्मीदवारों की योग्यता-अयोग्यता, आदर्श आचार संहिता (MCC), अभ्यर्थिता वापस लेने की प्रक्रिया, चुनाव चिन्ह आवंटन, मतदान के दिन की व्यवस्थाएं और मतगणना जैसे अहम विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही, अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराते हुए उनकी शंकाओं का समाधान भी किया गया. बता दें कि राष्ट्रीय स्तर के मास्टर प्रशिक्षकों ने इन सत्रों का संचालन किया और अधिकारियों की दुविधाओं का त्वरित निवारण किया. आयोग का उद्देश्य था कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़ा हर अधिकारी पूरी तरह से तैयार रहे और चुनाव निष्पक्ष, शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से संपन्न हो.

ECINet मॉड्यूल पर ब्रीफिंग

आयोग ने ECINet के पीठासीन अधिकारी मॉड्यूल को लेकर भी एक विशेष ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया, जिसमें मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO), सभी जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) और रिटर्निंग अधिकारी (RO) शामिल हुए. इस मॉड्यूल के जरिए मतदान के दिन हर 2 घंटे में और मतदान समाप्त होने पर पीठासीन अधिकारी ECINet ऐप पर वोटर टर्नआउट के आंकड़े अपलोड करेंगे.इन आंकड़ों को रिटर्निंग अधिकारियों के स्तर पर संकलित किया जाएगा, जिससे रीयल टाइम में मतदान के रुझान उपलब्ध हो सकेंगे. आयोग ने जानकारी दी कि मतदान से पूर्व इस ऐप का एक ट्रायल रन भी सभी मतदान केंद्रों पर कराया जाएगा, ताकि तकनीकी तैयारियों की जांच की जा सके.

राज्यों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अतिरिक्त

भारत निर्वाचन आयोग का यह प्रशिक्षण सत्र राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अतिरिक्त था. आयोग ने साफ किया कि यह पूरी प्रक्रिया चुनावों की पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ाने की दिशा में एक और ठोस कदम है. आने वाले समय इसके परिणाम और भी बेहतर होंगे.

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