बिहार में मोंथा तूफान का असर दिखने लगा है। बुधवार को भागलपुर सहित उत्तर-पूर्वी बिहार में रुक-रुककर बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश गया में 10.4 एमएम दर्ज की गई। मोंथा तूफान का प्रभाव गुरुवार और शुक्रवार को सबसे अधिक रहेगा। भागलपुर सहित राज्य के उत्तर-पूर्वी बिहार में भारी बारिश का अलर्ट है। हालांकि इस बारिश से अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट संभव है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होने के कारण दिन का तापमान घटकर 28 से 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसके बाद पूरे बिहार में मौसम शुष्क रहेगा और ठंडक बढ़ेगी। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन यानी 1 नवंबर तक बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने किसानों से भी सावधानी बरतने की अपील की है। बारिश से खेत में लगी धान के साथ हरी पत्तेदार सब्जियों को नुकसान होने की संभावना है। उत्तर बिहार के कई जिलों में बुधवार की सुबह से मौसम का मिजाज बदला रहा। हवा सामान्य ही रही, लेकिन दिनभर सूर्य की लुकाछिपी जारी रही। वहीं, बीच-बीच में बूंदाबांदी भी होती रही। शाम में तेज बूंदाबांदी शुरू हुई। इसके कारण अचानक से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। लोगों को हल्की-हल्की ठंड का अहसास भी शुरू हो गया। भागलपुर, बांका और जमुई जिले में तेज बारिश हुई। जबकि पूर्णिया, कटिहार, सुपौल और मधेपुरा में बूंदाबांदी हुई। भागलपुर में सुबह से ही बादल छाए हुए थे। शाम को कुछ देर तक तेज बारिश हुई। आगे क्या : अधिकांश जिलों में तेज हवा के साथ बिजली भी चमकेगी 30 अक्टूबर : वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधुबनी, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और शिवहर जिलों के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। राज्य के अधिकांश जिलों में बिजली चमकने और तेज हवा चलने की स्थिति बनी रहेगी। 31 अक्टूबर : अररिया, किशनगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी और सुपौल जिलों में अति भारी वर्षा की संभावना है। वहीं, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया, कटिहार, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा और मधेपुरा जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। अधिकांश जिलों में वज्रपात और तेज हवा चलेगी। खेत में लगी फसलों को नुकसान होगा, हालांकि रबी के लिए अच्छा हल्की बारिश से धान की कटनी लेट हो सकती है। उत्तर बिहार में धान की कटनी शुरू हो गई। किसानों को सलाह दिया जाता है कि धान की कटनी के बाद सुरक्षित जगहों पर संग्रहीत करे। खेत में लगी पत्तेदार सब्जियां धनिया, कद्दू, मटर, गोभी और आलू की फसल बर्बाद हो सकते हैं। हालांकि रबी फसलों के यह बारिश अच्छी है।डॉ अनुप दास, निदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान,पटना बारिश होने से तापमान में आई गिरावट, 3 डिग्री तक गिरा बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकांश जिलों में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 3 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की कमी दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 28.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे अधिक तापमान भागलपुर में 30.5 डिग्री सेल्सियस रहा और सबसे कम न्यूनतम तापमान वाल्मीकिनगर में 20 डिग्री दर्ज किया गया। बदला मौसम }भागलपुर समेत 8 जिलों में बारिश, तापमान में गिरावट जमुई के चकाई में बुधवार को झमाझम बारिश के बीच से गुजरते वाहन चालक। 1 नवम्बर : उत्तर-मध्य व पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों में मेघगर्जन और तेज हवा चलने की संभावना।
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