बाढ़ से बेहाल नेपाल, सत्ता हिलाने वाले Gen-Z संकट के समय कहां?

बाढ़ से बेहाल नेपाल, सत्ता हिलाने वाले Gen-Z संकट के समय कहां?

नेपाल में बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. भारी बारिश का देश पर बुरी तरह असर पड़ रहा है. अब तक देश में आसमानी आफत के चलते लगभग 47 लोग मारे जा चुके हैं. बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 5,000 से ज्यादा परिवार विस्थापित हुए हैं. इस बीच अब इस कुदरती आफत से लड़ने के लिए देश की सरकार Gen-Z से मदद ले रही है.

नेपाल में बाढ़-बारिश से लड़ने के लिए Gen-Z आगे आए हैं. गृह मंत्रालय ने देश भर में बाढ़ और भूस्खलन के खतरे के बीच प्रतिक्रिया के लिए Gen-Z को तैनात किया है. Gen-Z लीडर्स का इस्तेमाल शुक्रवार शाम से शनिवार तक जिलों के साथ कॉर्डिनेशन करने के लिए किया गया.

Gen-Z मदद के लिए आए आगे

जब देश में मौसम विभाग ने तीन दिन भारी बारिश और बाढ़ – भूस्खलन के खतरे की चेतावनी जारी की, तो गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कुछ Gen-z नेताओं को सिंहदरबार बुलाया. गृह मंत्रालय के अनुसार, Gen-z नेता सुडान गुरुंग, युजन राजभंडारी, भावना राउत सहित अन्य नेताओं को बुलाया गया. गृह मंत्री ओम प्रकाश अर्याल ने खुद उनके साथ चर्चा की. गृह मंत्रालय के सचिवालय के एक अधिकारी ने कहा, इस सरकार के लिए किसी भी हालात में कमजोरी की जगह नहीं थी, इसलिए हमने सभी की मदद ली ताकि कोई कसर न रहे.

सोशल मीडिया पोस्ट से हुई मदद

अधिकारी ने बताया कि Gen-z की भागीदारी के बाद सोशल मीडिया से मिली जानकारी ने तुरंत कार्रवाई में मदद की. पंचथर हादसे की खबर युवा सागर ढकाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की. अगर उन्होंने यह जानकारी नहीं शेयर की होती, तो गृह विभाग के अनुसार, अज्ञात स्थान पर हुई घटना की सूचना देर से मिलती.

ढकाल के पोस्ट करने के तुरंत बाद पंचथर जिला प्रशासन कार्यालय के अधिकारी तुरंत एक्टिव हुए. पंचथर के मुख्य जिला अधिकारी अरुण पोखरेल ने कहा, गृह मंत्रालय से बातचीत भी हो रही थी और समय पर जानकारी मिलने के बाद लोगों को बचाना आसान हुआ. हमने सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से दो लोगों को बचाया. मंत्रालय ने इस तरह की जानकारी हासिल करने के लिए Gen-z लीडर्स की मदद ली, उनको तैनात किया.

Nepal (20)

कोऑर्डिनेशन में निभा रहे अहम रोल

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, गृह मंत्रालय को विभिन्न जिलों से लगातार कॉल मिल रहे थे और कोऑर्डिनेशन का बहुत काम था. इसलिए हमने शनिवार रात भर सभी को सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात करने की कोशिश की. Gen-z लीडर सुडान गुरुंग ने शनिवार दोपहर नेशनल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में भी हिस्सा लिया.

उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर एक वीडियो भी अपलोड किया, जिसमें उन्होंने NEA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दिनेश भट्ट को विभिन्न निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, कम से कम हमें यह तो तय करना चाहिए कि वहां एम्बुलेंस है या नहीं. फिर हमें उन्हें बचाना चाहिए.

सोमवार को आएगी बारिश में कमी

नेपाली मीडिया के मुताबिक, भूस्खलन से सबसे अधिक मौतें इलाम में हुई हैं. केंद्रीय पुलिस प्रवक्ता बिनोद घिमिरे के अनुसार, इलाम में दो दिनों में भूस्खलन से 37 लोग मारे गए और 5 घायल हुए.

रविवार को बारिश के आंकड़े (24 घंटे में): माईपोखरी स्टेशन, इलाम: 269.4 मिमी, इलाम टी गार्डन स्टेशन: 272.6 मिमी, कनीयम: 275 मिमी बारिश हुई. साथ ही मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार सोमवार से देशभर में बारिश में कमी आएगी.

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