ठंड के बीच बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज और उनके परिजन ठंड से जूझने को मजबूर हैं। अस्पताल परिसर में अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं होने से खासकर ओपीडी में आने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सुबह से दोपहर तक इलाज के इंतजार में बैठे लोग ठिठुरते नजर आते हैं, लेकिन ठंड से राहत के लिए न तो बाहर और न ही भवन के अंदर कहीं अलाव जलता दिखता है। स्थानीय लोगों के अनुसार अस्पताल के इमरजेंसी विभाग के पास नगर परिषद की ओर से सीमित मात्रा में जलावन की लकड़ी रखी जाती है। यह लकड़ी भी रात करीब नौ बजे तक खत्म हो जाती है। इसके बाद अगले दिन सुबह से शाम तक मरीजों और उनके परिजनों के लिए ठंड से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं रहती। सबसे ज्यादा परेशानी ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर देखने को मिलती है। काउंटर खुले में होने के कारण मरीजों को ठंड में लंबी लाइन में लगकर पर्ची कटवानी पड़ती है। इलाज के लिए आए मरीज सुमन कुमार, तबस्सुम खातून और सुखल प्रसाद ने बताया कि इतनी ठंड में अस्पताल प्रशासन को कम से कम अलाव की व्यवस्था जरूर करनी चाहिए। अस्पताल प्रबंधक मो. शाहनवाज ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल सार्वजनिक स्थल की श्रेणी में आता है और यहां अलाव की व्यवस्था नगर परिषद की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त लकड़ी की व्यवस्था को लेकर नगर परिषद से बातचीत की जाएगी, ताकि परेशानी नहीं हो।
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