भास्कर न्यूज | बक्सर खेती में आधुनिक कृषि यंत्र का प्रयोग एवं नवीनतम तकनीक को अपनाकर जिले के किसान अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं। उक्त बातें आत्मा की ओर से आयोजित किसान मेला सह उद्यान प्रदर्शनी में राजपुर विधानसभा के विधायक संतोष निराला ने कही। उन्होंने विभिन्न प्रखंडों से लाये हुए फल-फूल-सब्जी के प्रदर्शो का भ्रमण कर अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि बक्सर के किसान व्यवसायिक खेती को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रहे हैं। डीएओ ने कहा-फसल अवशेष को जलाने के बजाय करें प्रबंधन जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक,आत्मा धर्मेन्द्र कुमार ने फसल अवशेष प्रबंधन पर प्रकाश डाला। उन्होने फसल कटाई के बाद खेत में बचे तने, पत्तियॉं एवं पराली का सही तरिके से उपयोग करने की बात कही, ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रहे तथा प्रदूषण कम हो। इस दिशा में कृषक आधुनिक कृषि यंत्र यथा हैप्पी सीडर, रोटावेटर, स्ट्रा बेलर, मल्चर, रीपक-कम-बाईंडर जैसे यंत्र का प्रयोग कर अतिरिक्त आय में बढ़ोतरी के साथ फसल अवशेष प्रबंधन कर सकते हैं। फसल अवशेष प्रबंधन वाले यंत्रों पर कृषि विभाग द्वारा आकर्षक अनुदान भी देय है। मेला में 18 किसानों को किया गया पुरस्कृत किसान मेला में फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाने वाले अठारह कृषकों को पुरस्कृत किया गया। फल वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार क्रमशः डॉ ओमप्रकाश चौबे, श्रीराम सिंह तथ कमलेश पाण्डेय को, मशरुम वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार क्रमशः विकास कुमार, शिवजी कुमार तथा विनोद सिंह को, अनाज वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार क्रमशः बसमतिया देवी, ब्रह्मेश कुमार पाण्डेय व पवन कुमार सिंह को दिया गया। वहीं, सब्जी वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार क्रमशः कन्हैया कुमार, श्याम बिहारी सिंह व रवि सिंह को, यूनिक उत्पाद वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार क्रमशः विक्रमा राम, रवि सिंह व अन्य रहे ।
https://ift.tt/LTdXpPl
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply