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प्रैक्टिकल में एकबार में 30 विद्यार्थी ही देंगे परीक्षा

सिटी रिपोर्टर | जहानाबाद आठवीं में तीन भाषा विषय में पास नहीं करने पर 9वीं में सभी भाषा की परीक्षा देनी होगी। सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर यह निर्देश दिया है। आठवीं तक तीन भाषा विषय को पढ़ना अनिवार्य किया गया है। इसमें पास करना भी अनिवार्य है। अगर इसमें से किसी भी भाषा विषय में अनुतीर्ण होते हैं तो आगे जिस भी स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं, बोर्ड परीक्षा में बच्चों को मुख्य विषयों के साथ भाषा विषय में अंक एक्सचेंज करने की सुविधा देने को लेकर यह निर्देश दिया गया है। बोर्ड परीक्षा में अनिवार्य विषय को छठे विषय से और भाषा को सातवें विषय से परीक्षार्थी बदल सकेंगे। पहले पांच विषयों में शामिल भाषा विषय में फेल होने पर सातवें विषय से परीक्षार्थी बदल सकेंगे। सातवें विषय में भी कोई भाषा विषय ही बच्चे ने लिया हो। इसबार 10वीं बोर्ड की परीक्षा दो बार ली जा रही है। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि 10वीं बोर्ड की पहली परीक्षा में तीन से कम पेपर में उपस्थित रहने वाले दूसरी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे। जहानाबाद | सीबीएसई की 10वीं और 12वीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा में एकबार में अधिकतम 30 विद्यार्थियों को ही बैठाया जाएगा। प्रैक्टिकल में शामिल एक-एक परीक्षार्थी के चेहरे की पहचान हो, इस तरह उनकी फोटो ली जाएगी। सीबीएसई बोर्ड ने सभी स्कूलों को इसका निर्देश दिया है। स्कूलों से कहा गया है कि 30-30 विद्यार्थियों का बैच बनाकर परीक्षा ली जाएगी। इसमें भी दो ग्रुप 15-15 परीक्षार्थियों में बांटा जाएगा। एक ग्रुप के 15 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे होंगे तो दूसरे ग्रुप की मौखिक परीक्षा ली जाएगी। प्रैक्टिकल परीक्षा की फोटो जियो टैगिंग के साथ अपलोड करनी है। इसमें लैब के संसाधन भी दिखने चाहिए। बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि फोटो परीक्षा के दिन ही अपलोड कर देना है। बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराई गई व्यावहारिक प्रयोगों की सूची में से व्यावहारिक प्रयोगों का चयन बाह्य एवं आंतरिक दोनों परीक्षकों की सहमति से किया जाएगा। मौखिक परीक्षा के लिए प्रश्न दोनों परीक्षकों द्वारा पूछे जाएंगे। वे या तो छात्र द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट से संबंधित होने चाहिए या फिर प्रायोगिक परीक्षा से संबंधित। प्रत्येक छात्र को दिए जाने वाले अंकों पर आम सहमति बनाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। यदि चर्चा के बाद भी एक या दो अंकों का अंतर बना रहता है, तो औसत अंक दिए जाएंगे। पहला परिणाम कम्पार्टमेंट तो उसी श्रेणी में देनी होगी दूसरी परीक्षा : बोर्ड ने निर्देश दिया है कि जिन छात्रों का प्रथम परीक्षा परिणाम कम्पार्टमेंट है, ऐसे छात्रों को कम्पार्टमेंट श्रेणी के अंतर्गत द्वितीय परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी। दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अतिरिक्त विषयों की अनुमति नहीं होगी। छात्रों को एकल विषयों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यदि कोई छात्र तीन अनिवार्य शैक्षणिक विषयों (अर्थात विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान) में से किसी एक में अनुत्तीर्ण हो जाता है और कौशल विषय (छठे वैकल्पिक विषय के रूप में प्रस्तुत) में उत्तीर्ण हो जाता है, तो उस विशेष अनिवार्य विषय को कौशल विषय से प्रतिस्थापित कर दिया जाएगा और 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम की इसी के अनुसार गणना की जाएगी। यदि कोई छात्र पहले पांच विषयों में से किसी भी भाषा विषय में अनुत्तीर्ण हो जाता है, तो उसे सातवें विषय (वैकल्पिक) के रूप में ली गई भाषा से प्रतिस्थापित किया जाएगा, बशर्ते कि उसने सातवें भाषा विषय में उत्तीर्णता प्राप्त कर ली हो।


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