बेगूसराय| यह तस्वीर प्राथमिक विद्यालय नया टोला दनियालपुर की है, जहां स्कूल का भवन बदहाल है, छतें जर्जर हैं, दीवारों पर सीलन और दरारें साफ दिखती हैं। ऐसा लगता है जैसे यह भवन किसी भी वक्त जवाब दे सकता है। इस विद्यालय में कुल मात्र दो कमरे हैं। एक कमरे में पहली और दूसरी कक्षा, जबकि दूसरे कमरे में तीसरी से पांचवीं कक्षा के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाया जाता है। हैरानी की बात यह है कि स्कूल में पांच शिक्षक पदस्थापित हैं, जबकि 118 नामांकित बच्चे इन्हीं दो कमरों में ठूंस दिए गए हैं। खुले आंगन, टूटे फर्श और अस्थायी सहारों के बीच बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। न पर्याप्त कमरे, न सुरक्षित भवन, फिर भी पढ़ाई जारी है। शिक्षा सुधार का दावा करता है, लेकिन ज़मीन पर बच्चों का भविष्य जर्जर दीवारों के भरोसे छोड़ देता है।
https://ift.tt/Y1aWB6X
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply