भास्कर न्यूज| पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड के बड़ा ईदगाह में 2021 में पहली बार नकली फिंगरप्रिंट बनाकर खाते से पैसे उड़ाने का मामला सामने आया था। इसमें पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य मो.आमिर उर्फ खुसरो को गिरफ्तार किया था। साइबर अपराधियों के पास से 1.38 लाख नकद के साथ-साथ 144 रबर फिंगरप्रिंट व 5 फिंगर प्रिंट स्कैनर मिले थे। मो.आमिर ने बताया था कि वे लोग जामताड़ा से इसकी ट्रेनिंग लेकर आया था। उस समय एक बड़ा नेटवर्क सामने आया था। इसके बाद पिछले चार सालों में अमौर से दर्जनों साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने 2023 में 25 मार्च को छपरौली गांव से ही पोठिया वार्ड 6 निवासी अमित कुमार व छपरैली वार्ड 2 निवासी टिंकू कुमार को गिरफ्तार किया था। ये दोनों भी केवाला डाउनलोड कर रबर फिंगरप्रिंट बना पैसे उड़ाता था। नकली फिंगरप्रिंट बनाने वाला केमिकल बरामद किया गया था। वहीं,7 मई 2023 को पुलिस ने तीन आरोपियों को डुप्लीकेट फिंगरप्रिंट के साथ पकड़ा। 15 अक्टूबर 2023 को भी अमौर पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार किया। 2024 में पुलिस ने 29 फरवरी को पचैली से साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया था। 9 जनवरी 2025 को एक अपराधी विष्णुपुर के काशीबाड़ी गांव से पुलिस के हत्थे चढ़ा था। उसके पास से 26 फिंगर प्रिंट जब्त किए गए थे। ^पूर्णिया पुलिस व एसटीएफ की टीम साइबर ठगी मामले में एक बेहद शातिर आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। आरोपी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डिमिया छतरजान पंचायत के वार्ड 9 श्रीनगर सहनी टोला का रहने वाला बताया जाता है। -प्रमोद कुमार मंडल, डीआईजी, पूर्णिया रेंज
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