पीलीभीत में सोमवार देर रात से हुई बेमौसम बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। इसके चलते तापमान में लगभग पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंडक बढ़ गई है। इस बारिश ने जिले में गेहूं और सरसों की बुवाई कर रहे किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से घटकर मंगलवार को 23 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। अचानक बढ़ी ठंड के कारण लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। रुक-रुककर बारिश होती रही जिले के सेहरामऊ, जोगराजपुर, अमरिया, पूरनपुर और बरखेड़ा जैसे कई क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से बादल छाए रहे और रुक-रुककर बारिश होती रही। इस समय गेहूं और सरसों की बुवाई का कार्य चल रहा है, लेकिन लगातार बरसात से खेतों में पानी भर गया है, जिससे बुवाई प्रभावित हो रही है। किसानों का कहना है कि यदि अगले दो दिन और बारिश जारी रही, तो खेतों में नमी अधिक बढ़ जाएगी और बुवाई का काम रुक जाएगा। जिन किसानों ने पहले ही गेहूं और सरसों की बुवाई कर दी थी, उन्हें अपनी फसलों के गलने का खतरा सता रहा है। सेहरामऊ क्षेत्र के किसान रामनरेश, नन्हेलाल और फिरोज अहमद ने नवंबर की शुरुआत में इस तरह की बरसात से बड़े नुकसान की आशंका जताई है। दो दिनों तक हल्की बरसात और घने बादल छाए रहने की संभावना किसानों ने प्रशासन से मौसम के पूर्वानुमान और कृषि विभाग से तकनीकी सलाह उपलब्ध कराने की मांग की है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक हल्की बरसात और घने बादल छाए रहने की संभावना जताई है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे बुवाई का कार्य तभी शुरू करें जब खेतों की ऊपरी नमी सामान्य हो जाए। बेमौसम बरसात के कारण पूरे जिले में वातावरण में ठंडक बढ़ गई है। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य से धीमी पड़ गई है। मौसम के इस अचानक बदले रुख को अब नवंबर की ठंड की दस्तक के रूप में देखा जा रहा है।
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