बिग साइज कैट यानी बाघों और अन्य वन्य जीवों को करीब से देखने का शौक रखने वाले वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व (PTR) को इस बार पर्यटन प्रेमियों के लिए सामान्य से 15 दिन पहले ही खोल दिया गया है। आज वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना और प्रभारी मंत्री बलदेव सिंह ने पीलीभीत में बराही रेंज के नए एंट्री गेट से पर्यटन सत्र का आगाज़ शुभारंभ किया। उन्होंने नई गाइडलाइन जारी करते हुए रिजर्व में अवैध प्रवेश पर रोक लगाने का निर्देश दिए। हालांकि पहले दिन ही मंत्री का आदेश धता साबित हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मंत्री की उपस्थिति में ही दो दर्जन निजी कारें बिना प्रवेश शुल्क अदा किए, रिजर्व में अवैध रूप से घुस गईं। इनमें से कई तो भाजपा के कार्यकर्ताओं की ही थीं। मंत्री के डर से वन अधिकारी तमाशबीन बने रहे। पहले दिन सैलानियों ने जंगल सफारी का आनंद लिया। बाघ को करीब से देखने का भी मौका मिला। इस रोमांच भरे पलों को पर्यटकों ने कैमरे में कैद किया। पहले दिन बाघ से रूबरू हुए सैलानी, देखें तस्वीरें… मंत्री बोले- पीलीभीत टाइगर रिजर्व यूपी का नेचर ज्वेल
उद्घाटन के दौरान वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा- पीलीभीत टाइगर रिजर्व उत्तर प्रदेश का नेचर ज्वेल है। यहां पर्यटन गतिविधियों से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
उन्होंने कहा- इस बार रिजर्व को 15 दिन पहले खोलने का उद्देश्य ये है कि यहां ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आएं। क्योंकि पर्यटकों से क्षेत्र की रौनक बढ़ती है। रोजगार और राजस्व बढ़ता है। हमारा प्रयास है कि पीलीभीत सिर्फ यूपी ही नहीं पूरे देश का प्रमुख पर्यटन स्थल बने। क्षेत्रीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार देने का प्रयास
मंत्री ने कहा- हमारा प्रयास है कि यहां जितनी भी सफारी चलें, उनमें अधिक से अधिक क्षेत्रीय लोगों को बतौर ड्राइवर रखा जाए। गाइड के तौर पर भी क्षेत्रीय लोगों को प्रशिक्षण देकर रखा जाए। हमारा प्रयास है कि पीलीभीत में अधिक से अधिक सुविधाएं बढ़ाई जा सकें। टूरिस्ट आने से कम होंगे बाघ के हमले
मंत्री ने कहा- जैसे ही टूरिस्ट की संख्या बढ़ेगी, वैसे ही बाघों के हमले की घटनाएं स्वत: कम हो जाएंगी। हम बाघों और तेंदुओं के हमले रोकने के लिए फेंसिंग करवा रहे हैं। ताकि जंगली जानवर आबादी वाले क्षेत्रों की तरफ ना आ पाएं।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ओर आने वाले रास्तों का भी मरम्मतीकरण होगा, ताकि पर्यटकों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। पीलीभीत में बड़े होटल खुलवाएंगे, हर वो सुविधा लाएंगे जो हर एक बड़े टूरिस्ट स्पॉट में होते हैं। नए गेट से बढ़ेगा टूरिज्म
इस साल पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रिजर्व में एक नया एंट्री गेट बराही रेंज में बनाया गया है। अब पर्यटक महोफ, मुस्तफाबाद और बाराही गेटों से भी सफारी एक्सेस कर सकेंगे। पीलीभीत मुख्यालय से माधोटांडा-खटीमा रोड के रास्ते आसानी से पहुंचा जा सकता है। उद्घाटन कार्यक्रम की तस्वीरें देखिए… 15 दिन पहले खुला सीजन, रिकॉर्ड एडवांस बुकिंग
वन विभाग के मुताबिक, इस बार सीजन को पहले खोलने के पीछे मुख्य वजह है। बढ़ती मांग, एडवांस ऑनलाइन बुकिंग की रिकॉर्ड संख्या और ऑफ-सीज़न में भी लगातार बढ़ रही विजिट्स। रिजर्व का सबसे आकर्षक स्थान चूका बीच, जिसे पर्यटक ‘मिनी गोवा’ कहते हैं, इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में है। यहां के वॉटर फ्रंट व्यू, बैंबू हट्स और बोट सफारी के अनुभव ने इसे पर्यटकों की पहली पसंद बना दिया है। पीलीभीत में टाइगर की संख्या रिकॉर्ड रूप से बढ़ी है। इसके लिए पीलीभीत को अवॉर्ड भी दिया गया है। इस बार चूका बीच (मिनी गोवा) पर 9 नवंबर तक सभी हट बुकिंग फुल हो चुकी हैं। वहीं हट स्टे ज़ोन में तीन प्रमुख विकल्प हैं- बैंबू हट्स, थारू हट्स और ट्री हट्स। यहां भी बुकिंग फुल है। वन विभाग के अनुसार, 9 नवंबर तक की सभी बुकिंग फुल हैं। बुकिंग pilibhittigerreserve.in पोर्टल पर ऑनलाइन हो रही है। अवैध एंट्री के सवाल पर सकपकाए मुख्य वन संरक्षक
शनिवार को नए सत्र के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान करीब दो दर्जन प्राइवेट कारें टाइगर रिजर्व के अंदर बिना प्रवेश शुल्क अवैध रूप से घुस गईं। वन विभाग के सभी अधिकारी मंत्रियों की आवभगत में मशगूल थे। हालांकि इस बाबत जब मुख्य वन संरक्षक पीपी सिंह से पूछा गया तो वे सकपका गए। गोलमटोल जवाब देने लगे। बोले- मैं बाद में इस मामले को देखूंगा। अब पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बारे में जानें… जैव विविधता का खजाना: 80 बाघ, 326 पक्षी प्रजातियां
करीब 72,689 हेक्टेयर (730 वर्ग किमी) में फैले इस रिजर्व में फिलहाल 80 बाघ, तेंदुआ, भालू, दलदली हिरण, और 326 से अधिक पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं। यह न सिर्फ *बिग कैट लवर्स* बल्कि *बर्ड वॉचर्स* के लिए भी जन्नत साबित हो रहा है।
उत्तर में नेपाल की सीमा, दक्षिण में शारदा और खकरा नदियाँ तथा पूर्व-पश्चिम में खदर के घने जंगल इसकी खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। टूरिस्ट एक्टिविटीज़ और लोकेशन हाइलाइट्स
पर्यटक यहां जंगल और बोट सफारी, कैंपिंग, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी, शारदा सागर डैम व्यू और सप्त सरोवर नेचर ट्रेल का मज़ा ले सकते हैं। खासकर बराही-महोफ रेंज, बाघ और वेटलैंड बर्ड विजिबिलिटी के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। ————————————————— ये खबर भी पढ़िए… बांके बिहारी के दर्शन टाइम पर फिर विवाद:सेवायत बोले- VIP कल्चर खत्म करें, संतों ने कहा- तहखाने में खाली डिब्बे क्यों मिले, CBI जांच हो बांके बिहारी मंदिर में दर्शन समय में फिर बदलाव की तैयारी है। 3 नवंबर से 45 मिनट पहले ठाकुरजी के कपाट खोले जाएंगे। 8 बजे से शुरू होने वाले दर्शन की खिलाफत मंदिर के सेवायत कर रहे हैं। दूसरी तरफ, बांके बिहारी के तहखाने में कोई खास खजाना कमेटी को नहीं मिला है, ऐसे में 12 बैंकों में जमा 350 करोड़ रुपए का पूरा ब्योरा बैंकों से मांग लिया गया है। तैयारी है कि हर दिन मंदिर में आने वाले फंड की लिस्टिंग की जाए। ये रुपया कैसे खर्च किया जा रहा है? इसका ब्योरा भी तैयार हो। हर महीने की 30 तारीख को इसका ऑडिट किया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर…
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