भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड की हरिनकोल पंचायत में प्रस्तावित पंचायत सरकार भवन के निर्माण को लेकर विवाद गहरा गया है। शनिवार को एक ओर जहां ठेकेदार और विभाग ने भूमि पूजन किया, वहीं दूसरी ओर पंचायत के मुखिया दीपक सिंह और सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान मुखिया दीपक सिंह ने पंचायती राज विभाग के संविधान की पुस्तक को प्रतीकात्मक रूप से ‘मृत’ घोषित करते हुए उसका अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि जब पंचायती राज विभाग स्वयं अपने संविधान और नियमों का पालन नहीं कर रहा है, तो ऐसे संविधान का कोई महत्व नहीं रह जाता। मुखिया दीपक सिंह ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो संविधान पुस्तक की विधिवत शव यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद पूरे रीति-रिवाज से दाह संस्कार और शांति भोज भी किया जाएगा। मुखिया दीपक सिंह ने बताया कि शुरुआत में ग्रामीण पंचायत सरकार भवन के निर्माण की सूचना से खुश थे। हालांकि, अब भवन निर्माण विभाग और ठेकेदार पर नियमों की अनदेखी कर मनमाने ढंग से निर्माण कराने का आरोप है, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। उन्होंने जानकारी दी कि ग्राम सभा में सर्वसम्मति से पंचायत सरकार भवन के लिए 55 फीट × 160 फीट जमीन स्वीकृत की गई थी। शेष जमीन को रास्ते के रूप में छोड़ने का निर्णय लिया गया था, क्योंकि यह ग्रामीणों के आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है। मुखिया का आरोप है कि ठेकेदार और भवन निर्माण विभाग अब 90 फीट × 160 फीट में भवन निर्माण करना चाहते हैं, जिससे वह सार्वजनिक रास्ता समाप्त हो जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमानुसार, अनाबाद सर्वसाधारण किस्म की भूमि (जो रास्ते के रूप में दर्ज है) में किसी भी बदलाव के लिए ग्राम सभा की अनुशंसा अनिवार्य होती है। बिना ग्राम सभा की स्वीकृति के जमीन की प्रकृति नहीं बदली जा सकती, लेकिन यहां नियमों को ताक पर रखकर निर्माण हो रहा है।
https://ift.tt/pNb25eB
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply