बिहार के CM नीतीश कुमार के मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने पर पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी भड़क गया है। उसने वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे वर्ना बाद में ये मत कहना की चेतावनी नहीं दी गई थी। शहजाद भट्टी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को धमकी देकर सुर्खियों में आया था। भट्टी से जान का खतरा बताते हुए लॉरेंस के तिहाड़ जेल में बंद भाई अनमोल बिश्नोई ने भी दिल्ली कोर्ट से बुलेटप्रूफ जैकेट और गाड़ी की डिमांड की थी। बता दें कि 15 दिसंबर को बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान एक महिला हिजाब पहनकर आई तो नीतीश कुमार ने पूछा कि यह क्या है और उसे अपने हाथ से हटा दिया। पाकिस्तानी डॉन ने वीडियो कहा- सभी लोगों ने देखा होगा कि बिहार में क्या हुआ। एक बड़े पद पर बैठा व्यक्ति एक मुस्लिम महिला के साथ ऐसा व्यवहार करता है। फिर बाद में मुझ पर आरोप लगाए जाते हैं कि शहजाद भट्टी ने यह कर दिया, वह कर दिया। उस व्यक्ति के पास अभी भी समय है कि वह उस बच्ची और उस महिला से माफी मांगे। अगर आज माफी नहीं मांगी गई, तो जिम्मेदार संस्थानों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। बाद में यह मत कहना कि चेतावनी नहीं दी गई थी।” अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 3 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम कौन है शहजाद भट्टी, जिसने बिहार CM को धमकाया पहलगाम हमले के बाद लॉरेंस से दुश्मनी हुई
भट्टी पहले लॉरेंस के साथ मिलकर काम करता था। उसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए भी हथियार उपलब्ध कराए थे। उसकी लॉरेंस से दोस्ती का पता तब चला, जब ईद पर उसकी लॉरेंस के साथ बधाई लेते वीडियो वायरल हुई थी। हालांकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद लॉरेंस ने आतंकी हाफिज सईद को धमकी दे दी। जिसके बाद भट्टी भड़क गया और लॉरेंस को धमकाने लगा। यह दोस्ती और तब बिगड़ी, जब भट्टी ने लॉरेंस के गुर्गों को सीधे हैंडल करना शुरू कर दिया। उनसे पंजाब के थानों में ग्रेनेड के अटैक कराने शुरू कर दिए। अब दोनों एक-दूसरे को धमकी देते रहते हैं। कौन है शहजाद भट्टी?:शहजाद भट्टी खुद को “पाकिस्तान का सिपाही” बताता है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। जांच में सामने आया है कि 2022–23 के दौरान शहजाद ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारत मे अवैध हथियार,हैंड ग्रेनेड,ड्रग्स की तस्करी में सक्रिय था। फिलहाल उसके दुबई में छिपे होने की जानकारी सामने आती रही है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन:शहजाद भट्टी कभी भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता था। दोनों के बीच मजबूत आपराधिक गठजोड़ था।
शहजाद ने लॉरेंस गैंग के लिए नेटवर्क, फंडिंग और हथियार सप्लाई में अहम भूमिका निभाई। लेकिन पहलगाम हमले के बाद जब लॉरेंस बिश्नोई ने आतंकी हाफिज सईद को धमकी दी, तभी से शहजाद और लॉरेंस के रिश्ते बिगड़ गए। इसके बाद शहजाद ने लॉरेंस गैंग से दूरी बना ली और दोनों खुले दुश्मन बन गए।
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भूमिका का आरोप:2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद शहजाद भट्टी का नाम जांच में सामने आया। आरोप है कि मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियारों की सप्लाई शहजाद के नेटवर्क के जरिए हुई थी। हालांकि इस मामले में एजेंसियां अभी भी जांच कर रही हैं, लेकिन शहजाद का नाम लगातार इस केस से जोड़ा जाता रहा है।
युवाओं को कैसे बना रहा है मोहरा?: 30 नवंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शहजाद भट्टी से जुड़े तीन युवकों को गिरफ्तार किया।इनकी उम्र 19 से 23 साल के बीच थी। जांच में सामने आया कि
तीनों गरीब और कम पढ़े-लिखे थे सोशल मीडिया, खासकर इंस्टाग्राम के जरिए शहजाद के संपर्क में आए पैसों का लालच देकर उन्हें इस्तेमाल किया गया| एजेंसियों के मुताबिक, शहजाद ऐसे युवाओं को “डिस्पोज़ेबल फुट सोल्जर” की तरह इस्तेमाल करता है।
ISI के इशारे पर स्लीपर सेल एक्टिव करने की आशंका: खुफिया इनपुट के मुताबिक, शहजाद भट्टी अब ISI के इशारे पर भारत में निष्क्रिय पड़े स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है। इसी एंगल से NIA और इंटेलिजेंस ब्यूरो उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं।
नीतीश कुमार से माफी मंगवाने का असली मकसद? नीतीश कुमार से माफी की मांग कर शहजाद भट्टी खुद को मुस्लिम समुदाय का हितैषी दिखाना चाहता है सोशल मीडिया पर समर्थन और पकड़ बढ़ाना चाहता है भारत में चल रही एजेंसियों की जांच से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है यानी एक संवेदनशील सामाजिक मुद्दे को अपराध और आतंक के एजेंडे से जोड़ा जा रहा है। नीतीश कुमार का नकाब विवाद एक राजनीतिक मामला था, लेकिन शहजाद भट्टी के बयान के बाद यह राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क से जुड़ गया है
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