परिवार में संग्राम, PK का वार, महागठबंधन में रार… बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव का क्या हाल?

परिवार में संग्राम, PK का वार, महागठबंधन में रार… बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव का क्या हाल?

बिहार चुनाव से पहले राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कई ओर से घिर गए हैं. बड़े भाई तेज प्रताप यादव को बेदखल करने के बाद वह लगातार तेजस्वी यादव पर हमला कर रहे हैं, तो बहन रोहिणी आचार्य ने भी आक्रमक रुख अपना रखा है. एक ओर लालू परिवार में संग्राम मचा है. दूसरी ओर, प्रशांत किशोर लगातार तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे हैं और उनके विधानसभा केंद्र राघोपुर से उनके चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है. चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारा अभी भी अधर में लटका पड़ा है.

इस बीच, राजद के दो विधायकों ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी से नाता तोड़ लिया है. रजौली के राजद विधायक प्रकाश वीर और नवादा की विभा देवी ने बिहार विधानसभा की सदस्यता और पार्टी की सदस्याता से इस्तीफा दे दिया है. दोनों जल्द ही भाजपा का दामन थामेंगे. बीजेपी भी लगातार उनकी पार्टी में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही है. वीआईपी के नेता मुकेश सहनी, लेफ्ट पार्टियां, कांग्रेस और जेएमएम की मांग से महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.

सियासी मुश्किलों के बीच सोमवार लालू परिवार पर पर कानून की तलवार लटकी हुई है. लैंड फॉर जॉब घोटाले से जुड़े एक मामले में राउज एवेन्यू सोमवार को अपना फैसला सुनाएगा. इस बाबत लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव दिल्ली आ रहे हैं और कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला पहले सुरक्षित रखा था और सोमवार को कोर्ट फैसला सुनाएगा. सभी की निगाहें इस फैसले पर टिकी हुई हैं.

महागठबंधन में सीट बंटवारे पर घमासान

दिल्ली दौरे के दौरान तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत होने की संभावना है. तेजस्वी यादव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन और सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं. अभी तक कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया है, जबकि तेजस्वी यादव लगातार खुद को सीएम के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं.

कांग्रेस 70 सीटों की मांग करती रही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि 55-60 सीटों पर सहमति बन गए और कांग्रेस तेजस्वी यादव को सीएम फेस के रूप में भी प्रोजेक्ट कर सकती है. हालांकि वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री के पद और 25 सीटों की मांग पर अड़े हैं. लेफ्ट पार्टियां लगातार सीट बंटवारे का ऐलान जल्द करने की मांग कर रही है, उनका कहना है कि सीट बंटवारे में देरी से चुनाव परिणाम पर प्रभाव पड़ सकता है.

लालू परिवार में कलह, फंसे तेजस्वी

वहीं, तेजस्वी यादव पारिवारिक कलह से भी जूझ रहे हैं. पार्टी और परिवार से बेदखल किए जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल (JJD) का गठन किया है और कई छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन किया है. वह लगातार तेजस्वी यादव और कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं. बहन रोहिणी आचार्य से भी उनकी खटपट चल रही है. दोनों भाइयों के बीच खाई दिनों-दिन चौड़ी होती जा रही है.

रविवार को तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव को सोशल साइट एक्स पर अनफॉलो कर दिया है. इससे पहले तेजप्रताप अपनी बहनों हेमा यादव और मीसा भारती और को भी अनफॉलो कर दिया था. तेज प्रताप अब जिन पांच अकाउंट्स को फॉलो कर रहे हैं, उनमें परिवार के सदस्यों में से उनके पिता लालू प्रसाद यादव, उनकी मां राबड़ी देवी और उनकी बहन राज लक्ष्मी यादव शामिल हैं.

तेज प्रताप यादव के साथ-साथ उनकी बहन रोहिणी आचार्य भी बगावत कर रही हैं. तेजस्वी के विश्वासपात्र और राज्यसभा सांसद संजय यादव की नजदीकी को लेकर वो सोशल मीडिया पर सवाल उठा चुकी हैं. जब पिता लालू प्रसाद यादव ने इसमें हस्तक्षेप किया तो उन्होंने लालू परिवार के सभी सदस्यों को सोशल एकाउंट से अनफॉलो कर दिया. रोहिणी आचार्य ने लालू प्रसाद को अपनी एक किडनी दी है और राजनीतिक महत्वाकांक्षा से इनकार करती रही हैं, लेकिन परिवार के सदस्यों के साथ उनकी ठनी हुई है.

प्रशांत किशोर ने बढ़ाई तेजस्वी की मुश्किलें

दूसरी ओर, परिवार और महागठबंधन से घिरे तेजस्वी यादव की मुश्किलें जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर लगातार बढ़ा रहे हैं. प्रशांत किशोर शुरू से ही तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे हैं और उनकी पढ़ाई और लालू राज को लेकर सवाल उठा रहे हैं. अब प्रशांत किशोर की इस घोषणा से हलचल पैदा हो गयी है कि वह तेजस्वी यादव के विधानसभा केंद्र राघोपुर से चुनाव लड़ सकते हैं, हालांकि उन्होंने कहा कि इस बाबत कोई भी फैसला पार्टी ही लेगी, लेकिन प्रशांत किशोर लगातार आरजेडी के वोटबैंक मुस्लिम, यादव और पिछड़े वर्ग को अपनी ओर करने की कोशिश कर रहे हैं.

प्रशांत किशोर ने दावा किया कि तेजस्वी यादव बहुत डरे हुए हैं. उन्हें दो सीटों से चुनाव लड़ने दें. राघोपुर में उनका हश्र 2019 में राहुल गांधी जैसा ही होगा. जब कांग्रेस नेता दो सीटों से लड़े थे, लेकिन अमेठी का अपना गढ़ हार गए थे.

राजद नेता तेजस्वी यादव इस सीट से हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसने पहले उनके पिता लालू प्रसाद और मां राबड़ी देवी को विधानसभा भेजा है. हालांकि यादव-बहुल यह सीट तेजस्वी के लिए उतनी बड़ी चुनौती नहीं मानी जा रही है, लेकिन अगर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर, जैसा कि वे कुछ समय से दावा कर रहे हैं, चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो वैशाली जिले के इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग हाल के वर्षों में सबसे हाई-प्रोफाइल मुकाबलों में से एक का गवाह बनेंगे.

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