परबत्ता बाजार में मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत बन रहे नाले की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें सामने आई हैं। इन शिकायतों के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। नवनिर्वाचित विधायक बाबूलाल शौर्य द्वारा गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाने के बाद प्रभारी जिलाधिकारी सह उप विकास आयुक्त (डीडीसी) खगड़िया अभिषेक पलासिया और गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी कृतिका मिश्रा ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। नगर पंचायत परबत्ता में दो अलग-अलग हिस्सों में नाला निर्माण कार्य चल रहा है। पीडब्ल्यूडी सड़क गड्ढा से परबत्ता अस्पताल तक लगभग 1 करोड़ 28 लाख रुपए की लागत से, जबकि केएमडी कॉलेज परबत्ता से करना चौक तक करीब 1 करोड़ 48 लाख रुपये की लागत से नाला बनाया जा रहा है। यह कार्य पिछले लगभग 20 दिनों से जारी था। स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि इससे बारिश के मौसम में होने वाले जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी। नाला निर्माण स्थल का किया निरीक्षण शुक्रवार शाम को विधायक बाबूलाल शौर्य ने नाला निर्माण स्थल का निरीक्षण किया था। उन्होंने कनिष्ठ अभियंता (जेई) की गैर-मौजूदगी में कार्य कराए जाने और गुणवत्ता में कमी की आशंका पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। विधायक ने मौके पर ही कार्य पर अस्थायी रोक लगाने का निर्देश दिया और विभागीय इंजीनियर को स्थल पर पहुंचकर जांच करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेई की देखरेख के बिना निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए। मानक के अनुरूप निर्माण कार्य कराने का निर्देश विधायक के निर्देश के बाद शनिवार सुबह कनिष्ठ अभियंता (जेई) राजबाला वर्मा कार्यस्थल पर पहुंचीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि कन्क्रीट का कार्य उनकी मौजूदगी में ही कराया जाएगा और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने मानक के अनुरूप ही निर्माण कार्य कराने की बात कही। नाला निर्माण की गुणवत्ता को लेकर बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी अभिषेक पलासिया एवं अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी कृतिका मिश्रा ने परबत्ता बाजार पहुंचकर नाला निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।
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