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पति के साथ नहीं गईं अर्यमा-गायब होने की 2 थ्योरी:पुलिस बोली-वो दोस्त के बर्थ-डे पर सरप्राइज देने छपरा गई थी, ससुराल की कुछ और कहानी

पटना में कृषि विभाग की अधिकारी अर्यमा दीप्ति के अचानक लापता होने और फिर 36 घंटे बाद सकुशल बरामदगी ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 26 दिसंबर की शाम 4 बजे के बाद संपर्क टूटने से शुरू हुआ यह मामला अब दो अलग-अलग थ्योरी में बंट चुका है। एक पुलिस की थ्योरी और दूसरी ससुराल पक्ष की। पुलिस इसे सहेली को जन्मदिन का सरप्राइज देने से जुड़ा मामला बता रही है, जबकि ससुराल वाले बिना बताए घर छोड़ने और कथित अफेयर की आशंका जता रहे हैं। इस बीच दैनिक भास्कर के पास EXCLUSIVE VIDEO आया, जिसमें अर्यमा नकाब में बख्तियारपुर स्टेशन पर एक युवक के साथ जाती दिख रही हैं। अर्यमा ने पूछताछ में उस युवक को अपनी चचेरी मौसी का बेटा बताया है। तमाम पूछताछ के बाद अर्यमा अपने पति के साथ ससुराल नहीं गई हैं, ऐसे में सवाल फिर खड़े हो गए हैं। अर्यमा छपरा तक कैसे पहुंचीं..? पुलिस को क्या बयान दर्ज कराए..? पति का क्या कहना है और ससुराल वाले क्या कह रहे हैं…पढ़िए पूरी थ्योरी..? थ्योरी–1 पुलिस का दावा: दोस्त को सरप्राइज देने गई, मोबाइल डिस्चार्ज हो गया सबसे पहले जानिए अर्यमा ने पुलिस को क्या बयान दर्ज कराए हैं। कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अर्यमा को पुलिस ने छपरा से 36 घंटे बाद बरामद कर लिया। रविवार सुबह उन्हें थाने लाया गया और पांच घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उनके पति, परिवार वाले साथ रहे। बख्तियारपुर पुलिस को अर्यमा ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह अपनी सहेली को जन्मदिन का सरप्राइज देने गई थीं। इस दौरान मोबाइल फोन डिस्चार्ज हो गया, जिससे परिजनों से संपर्क नहीं हो सका और भ्रम की स्थिति बन गई। पुलिस के अनुसार, बयान में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं दिखाई दे रही। इसके बाद अर्यमा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां 164 के बयान दर्ज कराए गए। इन बयानों में अर्यमा ने क्या कहा- इस बात की जानकारी पुलिस नहीं दे पाई है। बयान दर्ज कराने के बाद अर्यमा न मायके गई हैं और ना ही अपने ससुराल। अब जानिए 26 दिसंबर के गायब होने से बरामदगी का सर्च ऑपरेशन 26 दिसंबर की सुबह अर्यमा रोज की तरह तैयार हुईं। पति शुभम ने उन्हें घर से ऑफिस के लिए छोड़ा। पति के मुताबिक रास्ते में कोई बहस नहीं हुई, अर्यमा सामान्य थीं और ड्यूटी की बात कर रही थीं। लेकिन ऑफिस के रिकॉर्ड बताते हैं कि वह उस दिन दफ्तर पहुंचीं ही नहीं। न अर्यमा की अटेंडेंस लगी और न कोई मीटिंग। दोपहर करीब 2 बजे अर्यमा की पति से बात होती है। वह कहती हैं “ऑफिस के काम से घर आई हूं।” इसके करीब दो घंटे बाद, शाम 4 बजे भाई से उनकी आखिरी बातचीत होती है। भाई ने बातचीत में सिर्फ हालचाल पूछा, जिसमें अर्यमा ने कोई खतरे की बात नहीं बताई। इसके बाद अचानक फोन बंद हो जाता है। कॉल नहीं लगती, मैसेज का जवाब भी नहीं मिलता। गुमशुदगी की रिपोर्ट और कॉल ट्रेसिंग शुरू शाम होते-होते पति की ओर से बख्तियारपुर थाने में सूचना दी जाती है। पुलिस तत्काल संज्ञान लेती है। CDR, लोकेशन और तकनीकी इनपुट खंगाले जाते हैं। जांच में सामने आता है कि शुक्रवार को अर्यमा की आखिरी लोकेशन उस्मानपुर (अथमलगोला थाना क्षेत्र) में थी। इसके बाद शनिवार सुबह फोन एक बार ऑन होता है और लोकेशन फतुहा की मिलती है। पुलिस के अनुसार लोकेशन बदलने से साफ संकेत मिला कि या तो अर्यमा मूवमेंट में थीं या फोन किसी और के पास था। कॉल डिटेल से पता चलता है कि आखिरी बातचीत एक युवक से हुई थी। पुलिस इस नंबर को ट्रेस करती है। संभावना जताई जाती है कि युवक या तो अर्यमा से मिलने आया था या उसे रिसीव करने। इसी कड़ी में एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाती है। इसी बीच एक वीडियो सामने आता है। वीडियो 26 दिसंबर का है, जिसमें अर्यमा नकाब लगाए बख्तियारपुर स्टेशन पर आगे-आगे चलती दिख रही हैं और एक युवक उनके पीछे है। पुलिस का दावा है कि युवक रिश्तेदार है और वीडियो में किसी तरह की जबरदस्ती या असहज स्थिति नहीं दिखती। पहले वो दोनों साथ खड़े होते हैं, फिर आगे पीछे होकर चलने लगते हैं। थ्योरी–2: ससुराल पक्ष का आरोप: बिना बताए चली गई पति के साथ आई भी नहीं थाने में पहुंचे ससुराल पक्ष वालों का आरोप है कि अगर सिर्फ सरप्राइज देना था तो घरवालों को बताए बिना क्यों गईं। फोन दो बार ऑन तब भी तो पति को फोन कर सूचना दी जा सकती थी। या अपने परिवार को ही बताया होता, जिससे हमें लगता कि सही में दोस्त के यहां गई हैं। इस घटनाक्रम के बाद अर्यमा की सास की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें बेगूसराय के अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिवार का आरोप है कि इस पूरे मामले ने घर की इज्जत और मानसिक शांति दोनों पर असर डाला है। पति के एक दोस्त कृष्णा ने बताया कि अर्यमा अपने पति को छोड़कर बहन के घर चली गई हैं। यह सुनते ही पति की मां बेहोश हो गईं। दोस्त का दावा है कि परिवार सदमे में है और पति बुरी तरह टूट चुका है। ससुराल पक्ष कथित अफेयर की बात भी कर रहा है। उनका कहना है कि अर्यमा की पढ़ाई भागलपुर स्थित बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से हुई है और उसी समय उनकी एक लड़के से बातचीत होती थी। पहले भी इस तरह का एक बार मामला सामने आया था। तब उसे समझा दिया गया था। परिवार के लोग कहते हैं कि शादी 4 दिसंबर को हुई थी, वह भी पूरी तरह अरेंज मैरिज। शादी के बाद पति-पत्नी नेपाल हनीमून पर गए थे। इसके बाद लौटकर ड्यूटी जॉइन की। सब कुछ सामान्य चल रहा था। फिर अचानक 26 दिसंबर को यह घटना समझ से परे है। ससुराल पक्ष के अनुसार, अर्यमा ने साफ कहा है कि वह फिलहाल न मायके में रहेंगी और न ससुराल में। पति उनकी तलाश में इधर उधर भटक रहा है और वो शुभम के साथ रहना नहीं चाहतीं। इतनी बात होने के बाद भी वह अपनी बहन के यहां चली गई हैं। पति बोला- वह जहां चाहे रह सकती है इस पूरे घटनाक्रम में पति शुभम सबसे ज्यादा टूटे हुए नजर आ रहे हैं। करीबी लोगों के मुताबिक, वह गहरे डिप्रेशन में हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि “अगर वह मेरे साथ नहीं रहना चाहती, तो मैं उसे मजबूर नहीं करूंगा।” दोस्तों के अनुसार, शुभम बार-बार यही दोहरा रहे हैं कि उन्होंने कभी अर्यमा पर दबाव नहीं डाला। वह जहां चाहे रह सकती है।
पति का कहना है कि उनकी भावनाओं को इस पूरे मामले में किसी ने नहीं समझा। अचानक लापता होने, वीडियो सामने आने और पारिवारिक आरोपों ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया है। बाढ़ SDPO आनंद कुमार सिंह के अनुसार, सूचना मिलते ही जांच शुरू की गई। महिला को सकुशल बरामद किया गया है। पूछताछ में उसने सहेली को सरप्राइज देने की बात कही है। मोबाइल डिस्चार्ज होने से भ्रम की स्थिति बनी।


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