गांधी मैदान में लगे सरस मेला को पटना नगर निगम द्वारा जीरो वेस्ट इवेंट मेला बनाया गया। इसी कड़ी में मेला परिसर को पूरी तरह कचरा-मुक्त रखा जा रहा है। मेले में उत्पन्न सूखे कचरे जैसे की प्लास्टिक, कागज, पैकेजिंग सामग्री, आदि के कलेक्शन के लिए विशेष टीमों की तैनाती की गई है। वे नियमित रूप से कचरे को एकत्र कर प्रोसेसिंग के लिए भेज रही हैं, ताकि उसका रीसाइक्लिंग किया जा सके। वहीं, गीले कचरे के वैज्ञानिक एक्जीक्यूशन के लिए मेला परिसर में ही प्रोसेसिंग प्लांट लगाया किया गया है, जिससे ऑर्गेनिक कचरे का इको फ्रेंडली तरीके से डिस्पोजल किया जा रहा है। मेला परिसर में कचरे के सेग्रीगेशन और डिस्पोजल की व्यवस्था निगम प्रशासन के मुताबिक बड़ी संख्या में लोग खरीदारी, खान-पान और मनोरंजन के लिए मेले में आ रहे हैं, जिससे स्वाभाविक रूप से बड़ी मात्रा में कचरा उत्पन्न होता है। इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए नगर निगम द्वारा मेला परिसर में कचरे के स्रोत पर ही सेग्रीगेशन और डिस्पोजल की समुचित व्यवस्था की गई है। लोगों को किया जा रहा जागरूक इसके अतिरिक्त, पटना नगर निगम के कर्मियों द्वारा मेला में आने वाले दुकानदारों, फूड स्टॉल संचालकों और आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति विशेष रूप से जागरूक किया जा रहा है। लोगों को गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालने, प्लास्टिक को उपयोग में ना लायें तथा स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही मेला परिसर में विभिन्न प्रकार के डस्टबिन, पिंक टॉयलेट, पेयजल और विशेष सफाई की व्यवस्था पटना नगर निगम द्वारा की जा रही है।
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