पटना में शराबबंदी को और प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने मद्यनिषेध एवं उत्पाद से जुड़े मामलों की आज समीक्षा की। बैठक में डीएम ने साफ कहा कि पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य में किसी भी तरह की लापरवाही, मिलीभगत या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शराब माफियाओं पर सख्त कार्रवाई का निर्देश डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शराब माफियाओं के खिलाफ विधि-सम्मत सख्त कार्रवाई की जाए। अधिक से अधिक शराब की जब्ती सुनिश्चित की जाए और चेकपोस्ट पूरी तरह क्रियाशील रहें। वरीय अधिकारियों को स्वयं निगरानी करने का आदेश दिया गया। 2 लाख लीटर से ज्यादा शराब अब भी लंबित, डीएम नाराज समीक्षा में सामने आया कि जिले में करीब 2 लाख 4 हजार लीटर से अधिक शराब विनष्टीकरण के लिए लंबित है। इसमें सबसे ज्यादा शराब पुलिस विभाग के पास पड़ी हुई है। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब का थानों में पड़े रहना गंभीर चिंता का विषय है। इन थानों में सबसे ज्यादा शराब पड़ी मालसलामी, दीदारगंज, बाईपास, मनेर, बेउर, फुलवारीशरीफ, अगमकुआं और फतुहा थानों में प्रत्येक में 5-5 हजार लीटर से अधिक शराब विनष्टीकरण के लिए लंबित पाई गई। डीएम ने इन सभी थानों में विशेष अभियान चलाकर तुरंत विनष्टीकरण करने का निर्देश दिया। शराब विनष्टीकरण की तय समय-सीमा जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि देसी शराब का विनष्टीकरण अधिकतम 10 दिनों के भीतर और विदेशी शराब का अधिकतम 15 दिनों के भीतर हर हाल में पूरा किया जाए। जिन थानों में 1000 लीटर से अधिक शराब लंबित है, वहां स्पेशल ड्राइव चलाने का आदेश दिया गया। बैठक में यह भी पाया गया कि वाहन अधिहरण के 510 मामले लंबित हैं और 1256 जब्त गाड़ी का अब तक मूल्यांकन नहीं हो पाया है। डीएम ने जिला परिवहन पदाधिकारी और उत्पाद विभाग को आपसी समन्वय से तेजी से मूल्यांकन और नीलामी कराने का निर्देश दिया। एमवीआई को थानों से पूरा सहयोग देने का आदेश डीएम ने कहा कि जब भी मोटरयान निरीक्षक (एमवीआई) वाहनों के मूल्यांकन के लिए थानों में जाएं, तो थाना स्तर से उन्हें पूरा सहयोग दिया जाए, ताकि नीलामी की प्रक्रिया में देरी ना हो। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे संयुक्त रूप से थानावार लंबित मामलों की समीक्षा करें और अभियान चलाकर उनका शीघ्र निष्पादन कराएं। शराब विनष्टीकरण में देरी नहीं होगी बर्दाश्त डीएम ने कहा कि शराब विनष्टीकरण के आदेश समय पर जिला से जारी हो जाते हैं, इसके बावजूद अगर विनष्टीकरण में देरी होती है तो यह गंभीर लापरवाही मानी जाएगी। दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हर सप्ताह होगी डीएम स्तर पर समीक्षा जिलाधिकारी ने साफ किया कि शराब की जब्ती, विनष्टीकरण और जब्त गाड़ी के अधिहरण में किसी तरह का अंतर स्वीकार्य नहीं होगा। अब इन सभी मामलों की समीक्षा हर सप्ताह डीएम स्तर से की जाएगी। बैठक के अंत में डीएम ने कहा कि शराब माफिया, बालू माफिया, भू-माफिया और संगठित अपराध से जुड़े लोगों के खिलाफ सीसीए सहित कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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