ठंड के मौसम में वन्य जीवों के बचाव के लिए पटना जू में विशेष इंतजाम किए गए हैं। शीतलहर के दौरान हाथी के पूरे शरीर को नियमित अंतराल पर सरसों तेल की मालिश की जा रही है और आहार में गन्ना, सोयाबीन, मौसमी फल और धान उबाल कर दिया जा रहा है। वहीं, मांसाहारी वन्यजीवों के आहार में बढ़ोतरी की गयी है। सभी वन्यजीवों को कैल्शियम और मल्टीविटामिन की दवाइयां दी जा रही है। पक्षियों के इंक्लोजर में शीतलहर से बचने के लिए प्लास्टिक शीट्स और एग्रोनेट से घेराव किए गए है ताकि आवश्यक लाइट और वेंटिलेशन बना रहे। भालू खा रहा है शहद, अंडा, गुड़ की खीर बंदर, लंगूर, चिपांजी, हूलॉक गिब्बन, लॉयन टेल मकाक इत्यादि वन्यजीवों को कंबल दिए गए है। इसके साथ ही अजगर, कोबरा, वाइपर, धामीन आदि वन्यजीवों के सेल में फर्श पर कंबल बिछाए गए है और सामान्य तापमान बनाए रखने के लिए बल्ब लगाए गए है। चिंपांजी को च्यवनप्राश, शहद, गुड़ की खीर, आंवला का मरब्बा और मौसमी फल दिए जा रहे है। भालू को आहार में शहद, अंडा, गुड़ की खीर, गन्ना दिए जा रहे है। नाईट-हाउस में सामान्य तापमान करने के लिए लगे ऑयल हीटर सभी वन्यजीवों के नाईट हाउस के खिड़की और अन्य वेंटिलेशन की खुली जगह फूस घास और बांस की चचरी से बंद किए गए हैं, ताकि शीतलहर में वन्यजीवों को ठंड ना लगे। इसके साथ ही सभी नाइट हाउस के सेल में वन्यजीवों को बैठने के लिए लकड़ी के प्लेटफार्म रखे गए हैं। वहीं, नाइट-हाउस में ऑयल हीटर लगाए गए हैं, ताकि सामान्य तापमान बना रहे। वन्यजीवों पर 24 घंटे लगातार निगरानी में रखा जा रहा है।
https://ift.tt/8vT7H4P
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply