शेयर मार्केट में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड इंजीनियर के साथ करीब 80 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ आईटी ऐक्ट और धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में किराये के खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर होने की जानकारी मिली है। पीड़ित प्रेम नारायण सिंह एक निजी कंपनी में इंजीनियर थे। अगस्त में प्रेम का वॉट्सऐप पर एक अनजान व्यक्ति से संपर्क हुआ। उसने प्रेम को विभिन्न कंपनियों और शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। कुछ दिन तक वार्ता करने के बाद जब अनजान व्यक्ति ने देखा कि प्रेम निवेश करने के इच्छुक है। तो उसने रिटायर्ड इंजीनियर को एक ग्रुप में जोड़ दिया। इसमें कई सदस्य पहले से ही जुड़े हुए थे। जो लगातार निवेश पर होने वाले मुनाफे का स्क्रीनशॉट साझा कर रहे थे। छोटा मुनाफा निकालने की दी अनुमति
ग्रुप में एक व्यक्ति रोजाना अन्य सदस्यों को निवेश संबंधी टिप्स देता था।उसके बताए अनुसार ही लोग निवेश करते थे और मुनाफा कमाते थे। अगस्त महीने के अंत में झांसे में आने के बाद इंजीनियर ने कुछ रकम निवेश की। इसपर उसे मुनाफा हुआ। मुनाफे समेत रकम निकालने की अनुमति भी दी गई। हालांकि उस समय रकम निकालने की जगह इंजीनियर ने और पैसे निवेश किया। दी। आठ से अधिक बार में उसने ठगों द्वारा बताए गए तरीकों पर विश्वास करते हुए करीब 80 लाख रुपए निवेश कर दिए। इसपर उसे दो गुना तक मुनाफा हुआ। सभी ने मोबाइल नंबर किए बंद
करीब 80 लाख रुपए निवेश करने के बाद इंजीनियर को अचानक से कुछ रुपए की आवश्यकता पड़ गई। उसने निवेश की हुई रकम को जब मुनाफे समेत निकालने का प्रयास किया तो ठग विभिन्न कर का हवाला देते हुए उसपर और रकम निवेश करने का दबाव बनाने लगे। पीड़ित ने जब और पैसे ट्रांसफर करने में असमर्थता जताई तो उसे उस ग्रुप से बाहर कर दिया गया, जिसमें उसे अन्य लोगों के साथ जोड़ा गया था। इस दौरान जिन मोबाइल नंबरों से पीड़ित से बातचीत हुई सभी बंद आने लगे।
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