नालंदा विश्वविद्यालय ने एक बार फिर शैक्षिक जगत में नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। वसंत सत्र-2026 के लिए अल्पकालिक पाठ्यक्रमों(शॉर्ट टर्म कोर्सेस) में नामांकन की घोषणा की है। जो न केवल किफायती है बल्कि देश के दूर-दराज के इलाकों के युवाओं के लिए भी सुलभ है। 3000 रुपए की नाम मात्र फीस में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संकाय सदस्यों से सीखने का अवसर उपलब्ध कराया है। यह पहल उच्च शिक्षा को आम जनमानस तक पहुंचाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। सर्टिफिकेट प्रोग्राम के अंतर्गत छात्रों को संस्कृत, पाली, कोरियन, तिब्बती, जापानी, फ्रेंच, जर्मन, रशियन, स्पेनिश, हिन्दी, ग्रीक और फारसी जैसी 13 विविध भाषाओं में दक्षता हासिल करने का मौका मिलेगा। ये सभी पाठ्यक्रम एक सेमेस्टर यानी लगभग छह माह की अवधि के हैं।वैश्वीकरण के इस युग में जहां बहुभाषी कौशल करियर की नई ऊंचाइयों के द्वार खोलता है, वहीं ये पाठ्यक्रम युवाओं के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। खासतौर पर जापानी, कोरियन, जर्मन और फ्रेंच भाषाओं का ज्ञान अंतरराष्ट्रीय नौकरियों में विशेष महत्व रखता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प विश्वविद्यालय ने सामुदायिक सहभागिता नीति को ध्यान में रखते हुए अधिकांश भाषा पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन माध्यम में उपलब्ध कराया है। इससे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले छात्र और कामकाजी पेशेवर भी इन कोर्सों का लाभ उठा सकेंगे। हालांकि, जो विद्यार्थी योग की बारीकियों या अंग्रेजी भाषा में प्रवाह सीखना चाहते हैं, उनके लिए राजगीर स्थित कैंपस में ऑफलाइन कक्षाओं का प्रबंध किया गया है। योग पाठ्यक्रम में आसन के साथ-साथ ध्यान, प्राणायाम और श्वास नियंत्रण जैसी प्राचीन भारतीय विधियों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुरातत्व से लेकर आपदा प्रबंधन तक भाषाओं के अतिरिक्त, विश्वविद्यालय ने कुछ विशिष्ट और समसामयिक विषयों पर भी पाठ्यक्रम तैयार किए हैं। इनमें नालंदा और प्राचीन विश्व, नालंदा महाविहार क्षेत्र का पुरातत्व, आपदा प्रबंधन, भू-सूचना विज्ञान, दर्शनशास्त्र और वाद-विवाद की कला तथा चेतना पर नालंदा विमर्श जैसे कोर्स शामिल हैं। विशेष रूप से अरविंदो के दार्शनिक प्रवचनों पर आधारित ऑनलाइन कोर्स उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होगा जो भारतीय दर्शन और आध्यात्मिकता में गहरी रुचि रखते हैं। 2018 से जारी है यह पहल विश्वविद्यालय ने इन अल्पकालिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत वर्ष 2018 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में क्षमता निर्माण और विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों के साथ प्रभावी संवाद की समझ विकसित करना रहा है। पिछले कुछ वर्षों में इन कोर्सों ने देशभर के हजारों छात्रों को लाभान्वित किया है। आवेदन प्रक्रिया और पात्रता इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट (10+2) पास निर्धारित की गई है। इच्छुक अभ्यर्थी 31 दिसंबर 2025 तक विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट ‘nalandauniv.edu.in’ पर जाकर शॉर्ट टर्म कोर्सेज सेक्शन में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 9031027489 पर संपर्क किया जा सकता है।
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