नालंदा में डीएम कुंदन कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत जिला गंगा समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और जल प्रबंधन से जुड़े विभिन्न परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत जिले में निर्धारित 36,200 पोधरोपण के लक्ष्य में से 32,980 पौधे रोपित किए जा चुके हैं। यह पर्यावरण संतुलन और जल संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय कदम है। जिला पदाधिकारी ने शेष लक्ष्य को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, मनरेगा योजना के अंतर्गत जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत 5,52,000 पौधे रोपित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा ने जानकारी दी कि इसके लिए कार्यशाला आयोजित कर कर्मियों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है और सभी प्रखंडों में पौधरोपण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिलाधिकारी ने पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड (गेबियन) की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए। विद्युत शवदाह गृह निर्माण कार्य जारी बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र में आधुनिक अंत्येष्टि सुविधाओं के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि बुडको के माध्यम से वार्ड- 23 सोहनकुंआ और वार्ड संख्या-5 सलेमपुर में विद्युत शवदाह गृह और लकड़ी आधारित शवदाह गृह का निर्माण कराया जा रहा है। दोनों स्थलों पर चहारदीवारी का कार्य पूरा हो चुका है और शेष निर्माण कार्य प्रगति पर है। शहरी जल निकासी और सड़क विकास बिहारशरीफ शहर की जल निकासी व्यवस्था को सुधारने के लिए व्यापक योजना पर काम चल रहा है। लहेरी थाना क्षेत्र के मछली मार्केट से लेकर सोहसराय थाना अंतर्गत मोगल कुंआ, भत्तु सेठ तक नाला निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इस नाले के ऊपर फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य भी समानांतर रूप से जारी है, जिससे शहर में यातायात और जल निकासी दोनों समस्याओं का समाधान होगा। नदी प्रबंधन और बाढ़ नियंत्रण परियोजनाएं बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से जिले की विभिन्न नदियों पर व्यापक निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। चंडी प्रखंड में मोहाने नदी, नोनाई नदी और चिरैया नदी पर वियर निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा कई स्थानों पर चेक डैम का निर्माण कराया जा रहा है। टाल क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत अधियारा नदी, पंचाने नदी सहित जिले की अन्य प्रमुख नदियों में गाद निकासी और सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं से भू-जल स्तर में सुधार, जल गुणवत्ता में वृद्धि और वर्षा जल संरक्षण में मदद मिलेगी। गंगाजल आपूर्ति और खनिज प्रबंधन गंगाजल आपूर्ति योजना फेज-2 के अंतर्गत 27 एमसीएम क्षमता के मधुवन जलाशय का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके साथ ही विस्थापितों के पुनर्वास की व्यवस्था भी की जा रही है। खनिज विकास पदाधिकारी ने जानकारी दी कि अवैध खनन और कालाबाजारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है। बैठक के समापन पर जिला पदाधिकारी ने सभी विभागों को अपने-अपने कार्यों में तेजी लाने और अगली बैठक में अनुपालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में नगर आयुक्त, सहायक समाहर्ता, विभिन्न प्रखंडों के कार्यपालक अभियंता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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