नालंदा जिले में रहुई प्रखंड के शिवनंदन नगर में हाई कोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने इसे लेकर व्यापक तैयारी की है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। दो एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है, साथ ही नगर निगम से कई ट्रैक्टर मलबा हटाने के लिए बुलाए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को करीब छह घरों को तोड़ा जाएगा। इसके साथ ही उन घरों की भी पहचान की जा रही है जिनके पास पर्चा या जमीन के वैद्य दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। चिन्हित सभी अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। फिलहाल 200 से अधिक पुलिस बलों को लगाया गया है। कई अफसरों की भी तैनाती की गई है। कहीं से मदद नहीं मिल रही, कहां जाएंगे शिवनंदन नगर में रामविलास पासवान का भी घर तोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि करीब 45 साल पहले यहां आकर बसे थे। बिहार पुलिस में नौकरी करता था। रिटायरमेंट का पूरा पैसा घर में लगा दिया। अब तोड़ दिया गया है। इस हालत में कहां और कैसे रहेंगे। आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। सभी जगह अपनी बातों को रखा, लेकिन किसी ने मेरे गुहार नहीं सुनी। कार्रवाई के दौरान छोटी कुमारी ने भावुक होते हुए कहा कि उनका घर बार-बार तोड़ा जा रहा है। यह तीसरी बार है जब हमारा घर टूट रहा है। पर्चा में हमारा नाम नहीं जोड़ा गया। गांव के लोगों ने कहा था कि घर नहीं टूटने देंगे, हम सब से पैसा भी लिया गया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। कोर्ट में केस लड़ने की बात हुई, पर हमारा घर फिर टूट गया। अब हम कहां जाएंगे। हमारी जिंदगी बर्बाद हो गई है। 100 घरों को नोटिस जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने करीब 100 घरों को नोटिस जारी किया था। इसे लेकर मंगलवार को सांसद कौशलेंद्र कुमार, अन्य जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से गांव में बैठक कर समाधान की दिशा में पहल की गई थी। कुछ लोगों को 2-2 डिसमिल जमीन का पर्चा भी दिया गया था। जमीन का पर्चा दिया गया है वहीं, डीसीएलआर विजय कुमार ने बताया कि कुल 125 लोगों को अलग-अलग स्थान पर जमीन का पर्चा दिया गया है। इनमें 70 लोगों को एक जगह पर, 10 लोगों को दूसरी जगह पर, 15 लोगों को तीसरे स्थान पर और शेष लोगों को चौथे स्थान पर भूमि का पर्चा उपलब्ध कराया गया है।
https://ift.tt/Yj4C6h5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply