कैमूर के कूड़ासन पंचायत अंतर्गत महेसुआ गांव के किसान धान बेचने में आ रही परेशानियों को लेकर समाहरणालय भभुआ पहुंचे। उन्होंने सहकारिता विभाग और पैक्स की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की और अपनी समस्या अधिकारियों के सामने रखी। किसान रामनारायण सिंह ने बताया कि उन्होंने धान बेचने के लिए कई बार पैक्स अध्यक्ष से संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उनके एक बच्चे की मेडिकल फीस बकाया है और वे पिछले 15 दिनों से धान बिक्री के लिए चक्कर लगा रहे हैं। बाजार में भी उन्हें धान का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। एक महीने से खलिहान में पड़ा है धान एक अन्य किसान नीतीश पटेल ने बताया कि उनका धान एक महीने से खलिहान में पड़ा है। पैक्स अध्यक्ष केवल टालमटोल करते रहे। सहकारिता विभाग के टोल फ्री नंबर पर शिकायत के बावजूद 72 घंटे के भीतर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने ठंड में रात भर खेत की रखवाली करने और चोरी व बारिश के डर की बात कही। 4 दिनों में धान खरीद शुरू करने का निर्देश किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि अगले चार दिनों के भीतर धान की खरीद शुरू नहीं हुई, तो वे कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह कर लेंगे। जिला सहकारिता पदाधिकारी शशि कुमार शशि ने बताया कि कैश क्रेडिट समाप्त हो गया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि व्यापार मंडल के माध्यम से चार दिनों के भीतर धान खरीद शुरू करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, किसानों का कहना है कि उनका भरोसा अब सहकारिता व्यवस्था से उठ गया है।
https://ift.tt/Dek3TVK
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply