बिहार चुनाव खत्म हो चुका है। मगर विवादों का तूफान अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ BJP सांसद निशिकांत दुबे दावा कर रहे हैं कि दुबई–कुवैत में बैठे लोगों ने बिहार में आकर वोट डाल दिया। दूसरी तरफ तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि अदृश्य शक्तियों ने चुनाव को पलट दिया। हम जीत रहे थे, लेकिन हरा दिया गया। आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाही में जानेंगे, तेजस्वी यादव और निशिकांत दुबे के 4 बड़े दावों की पूरी हकीकत? पहले भाजपा सांसद का दावा और उसकी सच्चाई विदेश में बैठे लोगों ने बिहार में वोट डाला दावा- लोकसभा में SIR पर चर्चा करते हुए 9 दिसंबर को भाजपा सांसद दुबे ने कहा- बिहार में एक सीट है ढाका। यहां से 178 वोट से RJD जीता। इसमें 298 लोग ऐसे हैं, जो विदेश में बैठे हैं। दुबई और कुवैत में बैठे हैं। उन लोगों ने यहां वोट डाल दिया। सच्चाई क्या है- ढाका विधानसभा सीट पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले में आता है। यहां वोटिंग दूसरे फेज यानी 11 नवंबर को हुई थी। अब तेजस्वी यादव के 3 दावे और उसकी सच्चाई दावा-1ः दो दिन बाद जारी किया गया वोटिंग का आंकड़ा तेजस्वी यादव ने कहा- पहले वोट बैलेट से पड़ते थे तो चुनाव आयोग शाम तक बता देता था कि कितने प्रतिशत वोट पड़े। कितनी महिलाओं और कितने पुरुषों ने वोट दिए। इस बार तो महिला-पुरुष का बताया ही नहीं गया। 2 दिन तक तो इन लोगों ने वोटिंग प्रतिशत ही नहीं बताया कि कितने प्रतिशत वोट पड़े। मुझे प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी। फिर बेशर्मी इतनी कि दूसरे फेज का चुनाव खत्म होने के बाद एक साथ बताया। ये छिपाने वाली बात मुझे नहीं पची। सच्चाई क्या है- बिहार में दो फेज में 6 और 11 नवंबर को वोटिंग हुई। दोनों फेज में वोटिंग शाम 6 बजे तक हुई। दावा-2ः हमारी शिकायतों को चुनाव आयोग ने नहीं सुना तेजस्वी यादव ने कहा- चुनाव में अदृश्य शक्तियों ने अपना काम किया है। BJP ने बूथ और मशीनें बढ़ाकर खेल किया है। आयोग ने हमारी शिकायतें नहीं सुनी। जितनी भी हमारी शंकाएं थी उस पर चुनाव आयोग ने सुनवाई नहीं की। हमारी जितनी शिकायतें थीं, उनको नहीं सुना गया। सच्चाई क्या है- चुनाव आयोग ने वोटिंग खत्म होने के एक दिन बाद 12 नवंबर को एक प्रेस रिलीज जारी किया। इसमें कहा गया कि दोनों चरणों की वोटिंग खत्म हो गई है, लेकिन किसी बूथ पर शिकायत नहीं मिली है। वोटों की गिनती के 3 दिन बाद 17 नवंबर को आयोग ने एक और प्रेस रिलीज जारी किया। इसमें कहा गया… दावा-3ः बहुत कम मार्जिन से चुनाव हारे तेजस्वी ने कहा- हमको लगता है कि वोट बढ़ाने की साजिश हुई है। मशीन बढ़ा दिया गया। इसके लिए बूथ की संख्या बढ़ाई। कुछ न कुछ गड़बड़ है। कुछ न कुछ ये लोग करते हैं। अगर आप एक बूथ पर भी 20 वोट मैनेज कर लो तो बहुत बड़ी संख्या होती है। कई सीट हमलोग बहुत कम मार्जिन से हारे हैं। सच्चाई क्या है- चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, महागठबंधन को 38.6% वोट शेयर के साथ 35 सीटें मिलीं है। जबकि, NDA को 47.4% वोट शेयर के साथ 202 सीटें मिली हैं। मतलब दोनों गठबंधनों के बीच 8.8% वोट का बड़ा गैप है।
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