ठंड के मौसम में गरीबों को बिना पुनर्वास उजाड़े जाने पर रोक, वर्षों से बसे दलित-गरीब परिवारों को जमीन देकर बसाने, बंद पड़े नल-जल योजनाओं को चालू कराने समेत सात सूत्री मांगों को लेकर भाकपा (माले) बहादुरपुर प्रखंड कमेटी के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन घेरा डालो–डेरा डालो आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को आंदोलन के तीसरे दिन समाहरणालय परिसर में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। 17 दिसंबर से जिलाधिकारी के समक्ष जारी आंदोलन के तहत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण गरीब समाहरणालय पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी भीषण ठंड के बावजूद तीन दिनों तक प्रशासन की ओर से कोई सुध न लिए जाने से नाराज थे। गुस्साए आंदोलनकारियों ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के मुख्य गेट को जाम कर घंटों जमकर नारेबाजी की। बाद में सदर अनुमंडल पदाधिकारी के साथ आंदोलनकारियों की वार्ता हुई। भाकपा माले के प्रखंड सचिव बोले- ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो 22 दिसंबर को विशाल प्रदर्शन करेंगे बातचीत के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) प्रखंड सचिव बिनोद कुमार सिंह ने चेतावनी दी कि यदि वार्ता के अनुरूप ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो 22 दिसंबर को विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। वरिष्ठ नेता नंदलाल ठाकुर ने कहा कि ठंड में गरीब ठिठुर रहे हैं और जिला प्रशासन सोया हुआ है। उन्होंने चौक-चौराहों पर अलाव की समुचित व्यवस्था करने की मांग की। पूर्व प्रमुख हरि पासवान ने गरीबों को एकजुट होकर संघर्ष तेज करने का आह्वान किया। आंदोलनकारियों ने प्रशासन पर अमानवीय रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया।
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