सदर अस्पताल से प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए महिला मरीज को ले जाने के मामले में जांच रिपोर्ट नहीं मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने जांच टीम को स्मार पत्र दिया है। साथ ही उन्होंने तुरंत जांच रिपोर्ट की मांग की है। यह स्मार पत्र सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. अनूप कुमार दुबे व डॉ. ओमप्रकाश लाल के पास भेजी गई है। सिविल सर्जन ने कहा है कि जीरादेई प्रखंड के ठेपहां गुलरबग्गा गांव निवासी योगेंद्र प्रसाद की पुत्री प्रीती कुमारी सदर अस्पताल में इलाज करने के लिए आई थी,लेकिन उसे डॉक्टर द्वारा प्राइवेट अस्पताल में इलाज करने के लिए भेज दिया गया था। 11 दिसंबर को मरीज के भर्ती होने के दौरान डॉ. मुकेश रंजन एवं डॉ.अनुप कुमार दुबे, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, द्वारा आवश्यक उपचार एवं जांच इत्यादि की गई। रात्रि 08:00 बजे के बाद रोस्टर ड्यूटी बदलने के पश्चात् डॉ. मो.सफुद्दीन, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, द्वारा मरीज को देखा गया। मरीज के परिजनों द्वारा सिविल सर्जन को सूचना दी गई कि चिकित्सक के द्वारा मरीज को सदर अस्पताल, के आपातकालिन कक्ष से बहला-फुसलाकर प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया गया। चिकित्सक द्वारा मरीज के परिजनों को समझाया गया कि इसका ईलाज सदर अस्पताल में संभव नहीं है, मैं आपको सीनियर डॉक्टर से बात कर उचित ईलाज करा दे रहा हूं। 03 दिन बीत जाने के बाद भी जांच प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है।
https://ift.tt/mD1PrfU
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply