भास्कर न्यूज | बक्सर/डुमरांव जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जिलाधिकारी साहिला लगातार सख्त रुख अपनाए रही हैं। हालिया निरीक्षणों में यह स्पष्ट हुआ है कि कई स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक एवं अन्य कर्मी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति गंभीर नहीं हैं, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीएम साहिला ने हाल ही में सिमरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, जहां गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्यकर्मी बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली के बावजूद अपनी हाजिरी दर्ज नहीं कर रहे थे। जांच में यह भी उजागर हुआ कि बायोमैट्रिक मशीन काफी समय से खराब पड़ी थी, जिसकी जानकारी होने के बावजूद उसे ठीक कराने की कोई पहल नहीं की गई। इस लापरवाही पर डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को फटकार लगाई और निर्देश दिया कि अविलंब बायोमैट्रिक मशीन को दुरुस्त कराया जाए। बायोमेट्रिक प्रणाली से हाजिरी बनाना अनिवार्य डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों को समय पर बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है, लेकिन यदि कर्मचारी ही अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़ेंगे तो व्यवस्था कैसे सुधरेगी। डीएम ने रघुनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया था, जहां स्थिति और भी चिंताजनक पाई गई। यहां बायोमैट्रिक मशीन उपलब्ध होने के बावजूद कर्मचारियों की उपस्थिति मैनुअल रजिस्टर में दर्ज की जा रही थी। निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि पांच चिकित्सकों की ड्यूटी निर्धारित थी, लेकिन मौके पर केवल एक ही चिकित्सक मौजूद था, जबकि हाजिरी पांचों की दर्ज थी। इस गंभीर अनियमितता पर डीएम ने गहरी नाराजगी जाहिर की और संबंधित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी। डीएम साहिला ने स्पष्ट किया कि अब जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बायोमैट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी।
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