पटना में आईटी प्रोग्रामर पुष्कर कुमार के घर करीब 54 लाख की डकैती हुई है। बाईपास थाना क्षेत्र के पैजाबा स्थित सोनालिका को-ऑपरेटिव कॉलोनी में सात-आठ डकैतों ने घुसकर घटना को अंजाम दिया। वारदात 9 दिसंबर को रात 1:30 बजे हुई। डकैतों ने पुष्कर, उनकी मां-पत्नी और घर के अन्य सदस्यों को रस्सी से बांधकर कमरे में बंद कर दिया। विरोध करने पर एक महिला और पुरुष को चाकू से मारकर घायल भी कर दिया। वहीं, जाने से पहले डकैत बंधक बने घर के लोगों के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो गए। कहा- मां जी आपलोग तो कमा लीजिएगा, लेकिन मेरा तो पेट का सवाल है। घर में घुसते ही पैसा कहां से चिल्लाने लगे पुष्कर की मां ने बताया कि अपराधी घर में घुसे और शोर करने लगे। बार-बार यह पूछा जा रहा था कि और पैसा कहां है। मैंने कहा घर में इतना ही कैश है तो वो लोग शोर करने लगे। जब मैंने अपने बेटे, पोते और पति का कसम खाई तब अपराधियों को विश्वास हो गया। फिर वह सभी शांत हो गए। उन लोगों ने हम पर हमला भी किया। खुद को बचाने में उनकी दो उंगली चाकू की धार से हल्की कट गई। पुष्कर कुमार सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में कार्यरत हैं। उनके घर के आसपास कोई घर नहीं है। 9 दिसंबर की देर रात बदमाश उनके घर पहुंच गए। सीढ़ी तक पहुंचने वाली ग्रिल को तोड़ा। आवाज सुन पुष्कर के पिता पंकज कुमार जग गए। तब तक सभी बदमाश पहले तल्ले पर पहुंच गए। पुष्कर के पिता को बंधक बना लिया। परिवार के अन्य लाेग दूसरे कमरे में थे। बदमाशों ने दरवाजा तोड़ दिया और सबको एक कमरे में बंद कर मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद सभी कमरे की अलमारी और लॉकर तोड़कर लूटपाट की। पुष्कर ने पुलिस से कहा कि बदमाशों का खौफ ऐसा था कि हमलोग दो दिन तक घर से निकले ही नहीं। इसी कारण 12 दिसंबर को बाइपास थाने में लिखित शिकायत की। शौचालय में डाल दिया सभी का मोबाइल घर में घुसते ही बदमाशों ने सबसे पहले सभी कैमरा और डीवीआर को क्षतिग्रस्त किया। पुष्कर, उनकी पत्नी और मां का मोबाइल छीन लिया। भागने से पहले बदमाशों ने तीनों का मोबाइल शौचालय में डाल दिया। बदमाशों ने पुष्कर के घर से थोड़ी दूर पहले ही अपनी गाड़ी लगाई थी। सभी घर से निकले और अपनी गाड़ी से फरार हो गए। दहशत में 3 दिन तक पुलिस के पास नहीं गए घटना के बाद परिवार के सदस्य इतने दहशत में थे कि उन्होंने तीन दिनों तक पुलिस को सूचना नहीं दी। तीन दिन तक घर में बंधक की तरह रहने के बाद बाईपास थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। बाईपास थाना के एडिशनल एसएचओ अनमोल कुमार ने बताया कि घटना के तीन दिन बाद सूचना मिलने से डॉग स्क्वाड जांच में सफलता मिलना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, पुलिस ने एफएसएल के माध्यम से मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना की जानकारी देते हुए पीड़ित पुष्कर कुमार ने बताया कि वारदात के समय वह अपनी मां, पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ सो रहे थे।
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