किशनगंज के ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र को कई विकास परियोजनाओं की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जिले में स्वीकृत मेडिकल कॉलेज ठाकुरगंज में ही स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही, 6000 करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी महानंदा-मेची तटबंध परियोजना को भी अंतिम मंजूरी मिल गई है, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री जल्द करेंगे। ठाकुरगंज विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने किशनगंज में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए जिला पदाधिकारी को ठाकुरगंज क्षेत्र में उपयुक्त भूमि चिह्नित करने का स्पष्ट निर्देश दिया है। इस पहल से सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा और जिले में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा। 6000 करोड़ की महानंदा-मेची तटबंध परियोजना विधायक अग्रवाल के अनुसार, लगभग 6000 करोड़ रुपए की महानंदा-मेची तटबंध परियोजना सीमांचल के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। यह तटबंध हर साल बाढ़ से प्रभावित होने वाले लाखों लोगों को स्थायी राहत प्रदान करेगा और लाखों एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध कराएगा। इसके अतिरिक्त, ठाकुरगंज अंचल के ने जागाछ और गुजरमारी राजस्व मौजा, जो डेढ़ साल से विभागीय त्रुटि के कारण बंद थे, अब फिर से खोल दिए गए हैं। इस कदम से हजारों भू-स्वामी म्यूटेशन, नामांतरण और सीमांकन जैसे आवश्यक राजस्व कार्य करा सकेंगे। साथ ही, विकास योजनाओं के लिए जमीन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी तेज होगी। एक्स-रे मशीन दोबारा होगा चालू स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के तहत, वर्षों से बंद पड़ी ठाकुरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) की एक्स-रे मशीन को दोबारा चालू कर दिया गया है। इससे मरीजों को छोटी-मोटी जांच के लिए किशनगंज या निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ग्रामीण कार्य विभाग ने ठाकुरगंज और दिघलबैंक प्रखंड में कच्ची सड़कों और पुल-पुलियों का बड़े पैमाने पर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। जिन गांवों तक अभी तक पक्की सड़कें नहीं पहुंची हैं, वहां जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा और समग्र विकास को गति मिलेगी।
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