साइबर ठगी के ‘पूर्णिया मॉडल’ की जांच जारी है। गिरोह के सरगना पूर्णिया के 20 साल के राकेश कुमार मैट्रिक पास करने में मिली स्कॉलरशिप के पैसे से शुरू किया था फर्जीवाड़ा। पुलिस सूत्रों के अनुसार राकेश ने इस साल 50 लाख का आईटीआर फाइल किया है। इस मामले में राकेश और मधुबनी व पूर्वी चंपारण के उसके दो नाबालिग साथियों को पुलिस न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है। एसटीएफ, ईओयू और पूर्णिया पुलिस गिरोह के बाकी शातिरों की तलाश में जुटी है। गिरोह के 15 अपराधी अब भी फरार हैं। इस गिरोह का हर सदस्य एक-दूसरे को सिर्फ टेलीग्राम यूजर आईडी से जानता है। किसी ने एक-दूसरे को कभी देखा नहीं। किसी के पास किसी का मोबाइल नंबर भी नहीं है। बातचीत सिर्फ टेलीग्राम पर होती थी। जिन दो नाबालिगों को हिरासत में भेजा गया है, उनकी पहचान भी यूजर आईडी के आधार पर हुई। सात अन्य यूजर आईडी पर पूर्णिया साइबर थाने में केस दर्ज है। पुलिस @icodeinbinary, @SG_Modder, @DDC_Group (चैनल के मेंबर्स), @zgo$, @sgmodderpro (चैनल के मेंबर्स), @icodeinnbinary और @SG_Modder यूजर आईडी का सत्यापन कर चुकी है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पूर्णिया में खरीदी 20 कट्ठा जमीन ऑनलाइन गेम खेलने की लत लगी भास्कर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आपका बच्चा मोबाइल पर कौन सा गेम खेल रहा, कितनी देर खेल रहा… इस पर नजर रखें
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