बेगूसराय में 125 क्विंटल सरकारी अनाज और 40 लाख रुपया ठगने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसे पुलिस अलग-अलग जगह पर लगातार खोज रही थी, वह अपने घर में ही शौचालय की टंकी में छुपकर रह रहा था। आरोपी तेघड़ा थाना क्षेत्र के बरौनी-1 गांव का रहने वाला त्रिपुरारी कुमार सिंह (50) है। गिरफ्तार किए गए आरोपी से तेघड़ा डीएसपी सहित अन्य अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। त्रिपुरारी सिंह पर गबन और जानलेवा हमला करने सहित विभिन्न संगीन अपराध के चार मामले दर्ज हैं। सबसे पहला मामला 10 अगस्त 2024 को तेघड़ा थाना में दर्ज कराया गया था। यह प्राथमिकी धोखाधड़ी से पीड़ित पंकज कुमार सिंह ने दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि त्रिपुरारी सिंह के यहां सहयोग समिति चलता था। जिसमें हमने रुपया जमा किया था, लेकिन त्रिपुरारी ने सहयोग समिति को भंग करके पैसा का गबन कर लिया। इस बात की जानकारी मिलने पर पैसा वापस मांगा तो गाली-गलौज किया गया। पंकज ने आरोप लगाया था कि त्रिपुरारी अपने बेटा सहित एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर समिति चलाता था। 50 हजार की रंगदारी मांगने का था आरोप अलग-अलग तारीख में लिया गया 32 लाख 50 हजार रुपए का गबन करने का आरोप था। पुलिस इस मामले का अनुसंधान कर ही रही थी। 15 नवंबर 2024 को विनोद पेट्रोलियम मालती के केयर टेकर विवेक राज ने बकाया पैसा मांगने पर त्रिपुरारी सिंह की ओर से दिनदहाड़े हॉकी स्टिक से जानलेवा का आरोप लगाया था । इसमें कहा गया था कि पैसा देने के बदले त्रिपुरारी सिंह मारपीट कर 50 हजार रंगदारी मांग रहा है। तीसरा मामला बरौनी-एक के रहने वाले अजीत कुमार पासवान ने दर्ज कराया। जिसमें कहा गया था कि त्रिपुरारी सिंह ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर भाई सहित मेरे परिवार के लोगों की जमकर पिटाई कर दी। लाठी-डंडा और पिस्तौल के बट से हमला करने का आरोप लाठी-डंडा और पिस्तौल के बट से हमला किया गया, जाति सूचक गाली दिया गया। इस मामले का भी पुलिस अनुसंधान कर रही थी इसी बीच 7 अगस्त 2025 को तेघड़ा के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुशील कुमार ने दर्ज कराया। जिसमें आरोप लगाया है कि त्रिपुरारी कुमार सिंह के पिता गोपाल प्रसाद सिंह के नाम जनवितरण प्रणाली का लाइसेंस है और उसका केयर टेकर त्रिपुरारी सिंह है। गोपाल प्रसाद सिंह की मौत के बाद दुकान पर जाकर करते हुए पॉश मशीन व स्टॉक का 128.97 क्विंटल अनाज जमा करने का निर्देश दिया गया। जिसमें से पॉश मशीन का सेट कार्यालय में जमा किया गया। इनपुट के आधार पर घर पहुंची थी पुलिस लेकिन स्टॉक में बचा 48.67 क्विंटल गेहूं और 40.30 क्विंटल चावल सहित कुल 128.97 क्विंटल सरकारी अनाज जमा नहीं किया गया है। गोदाम के भौतिक सत्यापन में अनाज भी नहीं पाया गया, जिसके बाद कार्रवाई की जा रही थी। पुलिस त्रिपुरारी सिंह की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न जगहों पर छापेमारी रही थी, लेकिन कुछ पता नहीं चल रहा था। इनपुट के आधार पर पुलिस उसके घर पहुंची और घर के अंदर शौचालय के टैंक से उसे गिरफ्तार किया गया। सीढ़ी से टॉयलेट की टंकी में जाता था तेघड़ा डीएसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि घोटाला और गबन से संबंधित केस में त्रिपुरारी फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। अपने घर में शौचालय का टैंक बना रखा था, जिसमें सीढ़ी लगाकर अंदर प्रवेश करने के बाद ऊपर का ढक्कन बंद कर दिया जाता था। पुलिस की टीम जब छापेमारी के लिए पहुंची और दरवाजा खुलवाया तो काफी खोजबीन में घर में वो नहीं मिला। पुलिस टीम ने बारीकी से जांच शुरू की, तो एक जगह लोहे का घेरा दिखा। लोहे के घेरे को उठाने पर अंदर सीढ़ी दिखा और अंदर जाने पर त्रिपुरारी सिंह अंदर बैठा हुआ था। पहले भी इसके खिलाफ कई बार छापेमारी की गई थी, लेकिन इनपुट नहीं मिल रहा था। त्रिपुरारी सिंह पर कुल चार मामला दर्ज है। पहले सूचना मिलती थी कि वह घर में है। लेकिन पुलिस टीम पहुंचती थी तो कुछ पता नहीं चलता था। जिसके बाद एक-एक जगह की तलाशी में वह घर के अंदर ही करीब 20 फीट का टैंक बनाकर छिपा पाया गया।
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