पाकिस्तानी टेरर मॉड्यूल में आरा के एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी लुधियाना पुलिस ने की है। लुधियाना पुलिस 19 नवंबर की शाम भोजपुर पहुंची। 20 की सुबह एक गांव में छापेमारी की और 15 साल के एक नाबालिग को अरेस्ट कर अपने साथ ले गई। लुधियाना पुलिस ने टेरर मॉड्यूल मामले में नाबालिग के अलावा 4 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) द्वारा संचालित टेरर मॉड्यूल में नाबालिग काम करता था। गिरफ्तार नाबालिग हैंड ग्रेनेड फेंकने में एक्सपर्ट है, उसे विदेशी हेंडलर्स ने ट्रेनिंग दी थी। पुलिस के मुताबिक, भोजपुर से जिस नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है, उसे ISI ने राजस्थान, पंजाब और बिहार के अलग-अलग इलाकों में हैंड ग्रेनेड फेंकने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इन शहरों के सरकारी इमारतों, संवेदनशील ठिकानों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ग्रेनेड फेंककर दहशत फैलाने की ट्रेनिंग दी गई थी। भोजपुर से गिरफ्तार नाबालिग कौन है, उसके माता-पिता क्या करते हैं, परिवार में कौन-कौन है, नाबालिग के पकड़े जाने पर परिवार के लोगों का क्या कहना है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… माता-पिता के निधन के बाद गलत रास्ता चुन लिया था नाबालिग के माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है। उसके पिता एथलीट थे। उसकी बहन इसी साल इंटर की परीक्षा में जिला टॉपर थी। गांव में नाबालिग के रिश्तेदारों ने कैमरे पर न आने और नाम न छापने की रिक्वेस्ट पर बताया कि वो शुरू से सनकी दिमाग का था। एश-ओ-आराम की जिंदगी का शौकीन था। मां-पिता के निधन के बाद से वो गलत रास्ते पर चल पड़ा था। नाबालिग के बड़े पापा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि, ‘मेरे भतीजे का गलत लड़कों के साथ उठना-बैठना था। कम उम्र में उसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। हमेशा किसी न किसी से झगड़ा कर लेता था। हम लोगों की बात नहीं मानता था। उसकी इस हरकत से कोर्ट और सरकारी दफ्तरों में आवेदन दिया और भतीजे से हर तरह से रिश्ता तोड़ लिया।’ उन्होंने बताया कि, ‘भतीजा बचपन से क्रिमिनल माइंड का है। तीन से चार बार मैंने खुद उसकी पिटाई की थी। उसके माता-पिता की मौत के बाद मैंने उसका एडमिशन बिहिया चौरासता के पास इंग्लिश मीडियम स्कूल में कराया था। शुरुआत में वो पढ़ने में ठीक था, लेकिन बाद में गांव के कुछ लड़कों के संपर्क में आने के बाद उसका माइंड चेंज हो गया।’ संपत्ति को लेकर घर में भी लड़ता था नाबालिग के चाचा ने बताया कि, वो अपने हिस्से की जमीन और मां की ज्वेलरी मांगता था। इसको लेकर घर में कई बार विवाद हुआ। हम लोगों का कहना है कि उसकी एक बहन है, जिसकी शादी में काम आएगा। लेकिन उसे इस बात का फर्क नहीं पड़ता था। उन्होंने आगे कहा कि बुधवार की रात भतीजा घर में सोया था, तभी लोकल पुलिस के साथ लुधियाना पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया था। पुलिस के आने की खबर भतीजे को लग गई और वो भागने लगा, लेकिन पुलिस ने एनकाउंटर का डर दिखाकर उसे रोक लिया। हथियार के साथ दिल्ली साइबर सेल ने पकड़ा था चाचा ने कहा कि, गांव में एक जगह मारपीट करने के बाद वो दिल्ली चला गया। दिल्ली में भतीजा अपराधियों के संपर्क में आया और हथियार सप्लाई करने लगा। इसी साल हथियार के साथ उसकी तस्वीर सामने आने के बाद दिल्ली की साइबर सेल ने पकड़ा था। पुलिस ने उसे तिहाड़ के बाल सुधार गृह में रखा था। वहां से इसे आरा के बाल सुधार गृह भेज दिया गया। लेकिन यहां कुछ दिन रहने के बाद वो कर्मियों को चकमा देकर भाग गया। हालांकि, एक सप्ताह के अंदर ही वो दोबारा पकड़ा गया। एक रिश्तेदार की मदद से उसे बाल सुधार गृह से छुड़वाया गया। हालांकि, बाहर आते ही एक बार फिर से वो दिल्ली के हथियार सप्लायर गैंग के संपर्क में आ गया। ‘फोटो, वीडियो मत बनाइए, कल को जेल से बाहर आएगा तो हमें मार डालेगा’ नाबालिग के चाचा ने कहा कि, हमलोग कैमरे के सामने नहीं आ सकते, क्योंकि भतीजा अगर भविष्य में जेल से बाहर आया तो हम लोगों को परेशानी होगी। हम लोगों की हत्या भी कर सकता है। लुधियाना पुलिस ने टेरर मॉड्यूल में उसे क्यों गिरफ्तार किया, ये हम लोगों को पता नहीं है। हम लोगों को लग रहा है कि इस मामले में हमारे भतीजे को फंसाया जा रहा है। पाकिस्तान हैंडलर जसवीर के संपर्क में आया था नाबालिग लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के मुताबिक, टेरर मॉड्यूल केस में पहले फिरोजपुर के शमशेर को ग्रेनेड फेंकना था। उसने उस जगह की रेकी भी कर ली थी, जहां उसे ग्रेनेड फेंकने था, लेकिन वह मुकर गया। इसके बाद पाकिस्तानी हैंडलर ने भोजपुर के नाबालिग को इस काम के लिए चुना। बताया जाता है कि नाबालिग को पाकिस्तानी हैंडलर से मिलवाने वाला राहुल है। राहुल भोजपुर के रहने वाले नाबालिग का पुराना साथी है। इस समय राहुल लखनऊ जेल में बंद है। राहुल और नाबालिग की फेसबुक और वॉट्सऐप पर बातचीत होती थी। राहुल ने ही पाकिस्तानी हैंडलर के साथ नाबालिग को फेसबुक-वॉट्सऐप के जरिए मिलवाया था। सोशल मीडिया पर ही नाबालिग ने पाकिस्तानी हैंडलर से बातचीत की और पाकिस्तान के हैंडलर जसवीर चौधरी के संपर्क में आया। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने बताया कि एनकाउंटर में घायल दोनों पाकिस्तान के हैंडलर जसवीर चौधरी के निर्देश पर लुधियाना में चीनी ग्रेनेड की डिलीवरी लेने आए थे। डिलीवरी के बाद उन्हें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार तक कई बड़े हमले करने थे। इसके पीछे पाकिस्तान अपनी पहचान छुपाने के लिए पंजाब से बाहर के अपराधियों का इस्तेमाल करने का नया पैटर्न अपनाया था। कमिश्नर ने बताया कि यह न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती है बल्कि सीमा पर आतंकवाद की बदलती रणनीति का संकेत भी है। ‘देश के अलग-अलग शहरों में नाबालिग को हैंड ग्रेनेड फेंकने की जिम्मेदारी दी थी’ कमिश्नर के अनुसार अलग-अलग शहरों में भोजपुर के नाबालिग को हैंड ग्रेनेड फेंकने की जिम्मेदारी दी गई थी। नाबालिग को ग्रेनेड स्पेशलिस्ट समझ कर पाकिस्तानी हैंडलर ने चुना था। नाबालिग ट्रेन के जरिए उस जगह पर भी गया था, जहां उसे ग्रेनेड फेंकना था। वहां उसने रेकी भी की थी। रेकी की हुई जगह की वीडियो भी हैंडलर को भेजी थी। यू-टयूब के जरिए नाबालिग को हैंड ग्रेनेड चलाने की जानकारी भी पाकिस्तान हैंडलर ने मुहैया करवाई है। पुलिस अब आरोपियों के बैंक खाते भी खंगालेगी। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में नाबालिग ने काफी अहम खुलासे पुलिस के सामने किए हैं। जेलों में बंद लॉरेंस के गुर्गों के टच में पाकिस्तानी हेडलर है। वह इन गुर्गों की मदद से ही जेल के बाहर बैठे उनके साथियों को धमाकों के टास्क के लिए चुनता है। पुलिस के पास जो रिकार्ड है, उसके मुताबिक कई बदमाशों को हेडलर ने संपर्क किया, लेकिन उनमें से कुछ को ही चुना। भोजपुर के नाबालिग पर मध्य प्रदेश से हथियार तस्करी करने और एक दुकानदार से रंगदारी मामले में फायरिंग करने के मामले दर्ज हैं। यदि पुलिस जांच में राहुल की कोई भूमिका सामने आती है तो उसे भी प्रोडक्शन वारंट पर लाया जा सकता है। आरोपियों के पास से बरामद किए गए ग्रेनेड,पिस्टल एवं कारतूस पुलिस ने आरोपियों के पास से दो चीनी 86पी हैंड-ग्रेनेड, पांच मॉडर्न .30-बोर पिस्तौल और 40 से ज्यादा जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक यह मॉड्यूल लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है और पंजाब में सरकारी इमारतों और संवेदनशील स्थानों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था। पुलिस ने बताया कि शमशेर सिंह की गिरफ्तारी के बाद नाबालिग को बिहार से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि नाबालिग ग्रेनेड फेंकने में माहिर है और उसे पंजाब में हमले करने का काम सौंपा गया था। हाल ही में वो बिहार में रंगदारी के लिए फायरिंग की घटना में शामिल था। पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शमशेर सिंह, अजय और भोजपुर के नाबालिग के रूप में हुई है। उन्होंने ये भी बताया कि घायल हुए आरोपियों की पहचान दीपक और राम लाल के रूप में हुई है। पुलिस ने अजय को हरियाणा से गिरफ्तार किया और उसके पास से दो पिस्तौल बरामद की। पुलिस के मुताबिक, अजय लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हरपाल सिंह उर्फ हैरी के भाई पवन से जुड़ा हुआ है। हैरी पर मुंबई में अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग करने का आरोप है। इस घटनाक्रम से पहले लुधियाना पुलिस ने 13 नवंबर को एक और आईएसआई-समर्थित मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से एक चीनी हैंड-ग्रेनेड बरामद किया था। सीपी शर्मा ने कहा था, ‘दीपक और राम लाल राजस्थान के रहने वाले हैं और उन्हें पाकिस्तान स्थित हैंडलर जसवीर उर्फ चौधरी ने लुधियाना भेजा था। उन्हें दो दिनों के भीतर ग्रेनेड हमला करने का काम सौंपा गया था।’ शर्मा ने कहा, ‘यह एक खतरनाक ट्रेंड हैं, जिसमें पाकिस्तान स्थित हैंडलर दूसरे राज्यों के अपराधियों को पंजाब में आतंकी हमले करने के लिए भर्ती कर रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वे पुलिस की नजरों से बच सकें और उनकी पहचान करना मुश्किल हो। पुलिस के पास कुछ वीडियो और काल डिटेल भी है जो आरोपियों पर की गई जांच के बाद सामने आई है।’
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