भास्कर न्यूज | मुंगेर विश्व एड्स दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की ओर से बीएनएम कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को एचआईवी/एड्स से संबंधित सही जानकारी प्रदान करना और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना था। कार्यक्रम की शुरुआत एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. प्रमोद यादव ने की। उन्होंने छात्रों को एड्स के फैलने के वास्तविक कारणों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एड्स संक्रमित खून, संक्रमित सुई, असुरक्षित यौन संबंध तथा संक्रमित माता-पिता से बच्चे में फैलता है। इन कारणों के अतिरिक्त हाथ मिलाने, साथ खाने-पीने या सामान्य संपर्क से यह बीमारी नहीं फैलती। उन्होंने कहा कि विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि समाज में एचआईवी संक्रमित लोगों के प्रति सहानुभूति और संवेदनशीलता बढ़े तथा मरीज बिना भेदभाव के सुरक्षित जीवन जी सकें। डॉ. प्रमोद ने बताया कि एचआईवी वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे खत्म करता है। जिसके चलते मरीज दूसरी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। हालांकि एंटी रेट्रोवायरल दवाओं की उपलब्धता से अब मरीज लंबे समय तक सामान्य जीवन जी सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. पूनम कुमारी ने की। उन्होंने छात्रों को जीवन और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की सलाह देते हुए कहा कि यह जीवन बेहद मूल्यवान है, इसे जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ जीना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि ऐसे आयोजन महाविद्यालय को सक्रिय और जागरूक बनाए रखते हैं। इस मौके पर अंग्रेजी विभाग की नई शिक्षिका डॉ. जेसिका एवं हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. रेणु चौधरी ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया और एड्स से जुड़े सामाजिक-स्वास्थ्य पहलुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
https://ift.tt/aHGAVcb
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply